
नई दिल्ली। चीनी सेना ( Chinese Army ) के साथ पूर्वी लद्दाख की ( Galwan Valley ) में हुए हिंसक संघर्ष के 18 दिन बाद स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) शुक्रवार सुबह लेह पहुंचे। इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक ( Indian soldier ) शहीद हुए थे। PM मोदी ने नीमू में पहुंचकर सेना ( Indian Army ), वायु सेना ( Indian Air Force ) और आईटीबीपी ( ITBP ) के जवानों से बातचीत की। 11,000 फीट की ऊंचाई से देश को जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए चीन ( China ) पर निशाना साधा। पीएम मोदी ( PM Modi ) ने कहा कि अब विस्तारवादी युग की समाप्ति हो चुकी है। अब विकासवाद का समय है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने चीन को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि अगर 'आज भी कोई विस्तारवाद का समर्थन करता है तो वह विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा है। लेकिन इतिहास गवाह है कि ऐसी ताकतें मिट जाती हैं।
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान विस्तारवाद पर निशाना साधा, जो चीन के लिए एक साफ संदेश था। दरअसल, चीन लद्दाख, सिक्कित और अरुणाचल प्रदेश समेत कई क्षेत्रों में अपना दावा करता है।
2. लद्दाख में भारतीय जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया का साफ समझा दिया किया चीन जैसे विस्तारवादी देश विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कहा है कि यह विस्तारवाद का नहीं बल्कि विकासवाद का युग है। ऐसे में जिसके सिर विस्तारवाद की जिद सवार है, तो वह विश्व शांति के बड़ा खतरा है।
3. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को आगाह भी किया कि विस्तारवादी ताकतें पहले भी फना हो चुकी हैं। इसलिए चीन ऐसी हरकतों से बाज आए।
4. चीनी सीमा से लगते लद्दाख में खड़े होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साफ कर दिया कि अब विस्तारवादी नीतियां नहीं चल पाएंगी।
5. दरअसल, प्रधानमंत्री ने जहां—जहां भी विस्तारवाद का जिक्र किया, उसका सीधा मतलब चीन से है। पीएम मोदी ने सांकेतिक भाषा में यह साफ कर दिया किया कि पूरा विश्व अब चीन के खिलाफ मन बना चुका है।
Updated on:
03 Jul 2020 11:10 pm
Published on:
03 Jul 2020 05:17 pm
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