
नई दिल्ली। भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन ( Indian Space Research Organisation, ISRO) के प्रमुख के सिवन ( K Sivan ) ने गगनयान मिशन ( Gaganyaan Mission ) को लेकर जानकारी साझा की है।
बुधवार को बेंगलुरू में बोल रहे इसरो प्रमुख ने कहा कि गगनयान मिशन केवल मानव को अंतरिक्ष में भेजने के बारे में ही नहीं है, यह मिशन हमें दीर्घकालिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सहयोग के लिए एक ढांचा बनाने का अवसर प्रदान करता है।
इसरो प्रमुख ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि वैज्ञानिक खोज, आर्थिक विकास, शिक्षा, तकनीकी विकास और प्रेरक युवा सभी राष्ट्रों के लिए लक्ष्य बन रहे हैं।
मानव अंतरिक्ष उड़ान इन सभी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सही मंच प्रदान करती है। आपको बता दें कि मिशन गगनयान के लिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के चयन का पहला चरण इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन में पूरा हो गया।
वायुसेना के चयनित पायलटों को व्यापक शारीरिक व्यायाम परीक्षणों, प्रयोगशाला जांच, क्लीनिकल जांच, रेडियोलॉजिकल टेस्ट व मनोविज्ञान मूल्यांकन की प्रक्रिया भी लगभग पूर्ण हो चुकी है।
मिशन गगनयान का मकसद 2022 तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा एक भारतीय चालक दल के साथ अंतरिक्ष यान को लॉन्च करना है।
गगनयान परियोजना 10,000 करोड़ रुपये की है। गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्षयान कार्यक्रम है।
इसकी घोषणा बीते साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसमें तीन-सदस्यीय चालक दल को सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजना शामिल है।
Updated on:
22 Jan 2020 11:42 am
Published on:
22 Jan 2020 11:37 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
