19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चंद्रयान-2 के बाद अब मिशन गगनयान में जुटा ISRO, अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे 3 भारतीय

ISRO ने चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' को खोज निकाला ISRO और Indian Airforce मिशन गगनयान की तैयारी में जुटे चंद्रयान-2 के बाद गगनयान भारत का दूसरा महत्वकांक्षी मिशन

2 min read
Google source verification

image

Mohit sharma

Sep 09, 2019

b1.png

,,

नई दिल्ली। भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन ( ISRO ) ने चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' को खोज निकाला है। लैंडर विक्रम चांद की सतह पर दिखा है।

वहीं, मिशन चंद्रयान-2 के बाद इसरो ( ISRO ) और भारतीय वायुसेना ( Indian Airforce ) मिलकर मिशन गगनयान की तैयारी में जुट गए हैं।

चंद्रयान-2 के बाद गगनयान भारत का दूसरा महत्वकांक्षी मिशन है। इसमे तीन भारतीयों को 7 दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाना है।

चंद्रयान-2: ISRO को लैंडर विक्रम का पता चला, ऑर्बिटर से मिली तस्वीरों से खुलासा

इस मिशन के लिए भारतीय वायुसेना की तैयारियों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके लिए 10 टेस्ट पायलटों का भी चयन कर लिया गया है।

इसके साथ ही वायुसेना ने अंतरिक्षयात्रियों के चयन का पहला पड़ाव भी पूरा कर लिया है। भारतीय वायुसेना की ओर से किए गए एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी गई।

चंद्रयान-2: चांद की सतह से टकराया था 'विक्रम' लैंडर, नुकसान होने की आशंका

राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे अमित शाह, दी महा मानव की संज्ञा

गगनयान के लिए चयनित सभी 10 टेस्ट पायलटों की इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन में मेडिकल जांच कराई गई है। जिसमें सभी पास हो गए हैं।

आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना की ओर से शुरुआत में कुल 25 पायलटों को चुना गया था। लेकिन इनमें से केवल 10 पायलट ही क्वालिफाई कर पाए।

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का निधन, बॉलीवुड की इस एक्ट्रेस से जुड़ा था नाम

इसरो और भारतीय वायुसेना इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 2022 में 3 भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजा जाना है। इसरो इन सभी पायलटों को ट्रेनिंग देगा।

हालांकि हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के बाद जानकारी मिली है कि रसिया भी इन पायलटों की ट्रेनिंग में भारत की मदद कर सकता है ।