
जम्मू और कश्मीर: औरंगजेब के बाद कांस्टेबल जावेद की हत्या, हिजबुल ने ली जिम्मेदारी
नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर में कुछ दिनों की खामोशी के बाद आतंकियों ने एक बार फिर दुस्साहस का परिचय दिया है। आतंकियों ने शोपियां में एसएसपी के साथ तैनात पुलिस कांस्टेबल जावेद अहमद डार को अगवा कर हत्या कर दी। सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद पुलिसकर्मी का शव कुलगाम से मिला। कुछ दिनों पहले शहीद औरंगजेब को भी इसी इलाके से अगवा किया गया था और आतंकियों ने उनकी भी हत्या कर दी थी।
कल किया था अगवा
जावेद अहमद डार को आतंकियों ने गुरुवार को शोपियां के कचदूरा इलाके से अगवा किया था। इसी क्षेत्र से करीब तीन हफ्ते पहले औरंगजेब को अगवा किया गया था। जावेद को उस वक्त अगवा किया गया जब वो एक मेडिकल पर दवा लेने जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक कार में तीन से चार हथियारबंद आतंकवादी आए। आतंकवादियों ने हवा में फायरिंग की और बंदूक की नोंक पर जावेद को अपने साथ कार में बिठाकर ले गए। जावेद को अगवा कर हत्या करने की जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ली है।
एसएसपी ऑफिस में तैनात थे जावेद
आपको बता दें कि जावेद पिछले पांच साल से एसएसपी शैलेंद्र कुमार के साथ ऑपरेटर के तौर पर तैनात थे। जावेद ने अपने ऑफिस में जानकारी दी थी कि वो अपनी मां को दवाई देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनकी मां को दवाइयों की जरूरत है, वो हज के लिए जाने वाली हैं। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है। आतंकियों का इतिहास यही बताता है कि वो सुरक्षाबलों से बदला लेने के लिए ऐसे ही इलाके को चुनते हैं।
ऑपरेशन ऑलआउट से बौखलाए आतंकी
राज्यपाल शासन में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से आतंकी बौखलाए हुए हैं। सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट तेज कर दिया है। सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार की है जिसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन के 11, लश्कर-ए-तैयबा के सात और जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी शामिल हैं। हाल ही में सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख दाऊद अहमद सलाफी उर्फ बुरहान और उसके तीन सहयोगी को मार गिराया था।
Published on:
06 Jul 2018 07:50 am
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