सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अटल बिहारी वाजपेयी को किया याद, पीएम मोदी पर साधा निशाना
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जमीन का एक चौथाई हिस्सा दान करने वाले सैमुअल इंसानियत में विश्वास रखते हैं और मानवता को सबसे बड़ा धर्म मानते हैं। आपको बता दें कि केरल बाढ़ में अब तक 370 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 7,24,649 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। यहां चारों तरफ पानी ही पानी होने की वजह से मृत लोगों के अंतिम संस्कार तक नहीं हो पा रहे हैं। यही कारण है कि अधिकतर शव अस्पतालों की मॉर्च्युरी में पड़े हुए हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी ने भरे मंच पर छू लिए थे इस महिला के पैर, नारी शक्ति की दी थी मिसाल
आपको बता दें कि अदूर क्षेत्र समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर स्थित है। यही वजह है कि यह क्षेत्र बाढ़ की चपेट में नहीं आ सका है। सैमुएल की मानें तो इस क्षेत्र में कभी बाढ़ नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केरल में पानी उतरने के बाद ही नदी किनारे अंतिम संस्कार किए जा सकते हैं, लेकिन शवों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान का ही होना अनिवार्य है। ऐसे में अदूर के द मार थॉमा चर्च ने सारी परंपराओं से आगे निकलते हुए अपनी जमीन में एक बाढ़ पीड़ित को दफनाने की अनुमति दी है।