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Lockdown:  अहमदाबाद से पहली ट्रेन पहुंची दिल्ली, आगे के लिए यात्रियों को नहीं मिले वाहन

नई दिल्ली स्टेशन से घर जाने के लिए यात्रियों को नहीं मिले वाहन अधिकांश यात्री स्टेशन पर ही टाइम पास करते नजर आए एक यात्री ने बताया उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है

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New Delhi

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) संकट और लॉकडाउन 3.0 ( Lockdown 3.0 ) के बीच रेल सेवा बहाल होने के बाद बुधवार सुबह पहली ट्रेन अहमदाबाद ( Ahmedabad ) से नई दिल्ली ( New Delhi ) पहुंची। यहां आने के बाद गुजरात और राजस्थान से आए सैकड़ों यात्री नई दिल्ली स्टेशन पर फंस गए। लॉकडाउन की वजह से वाहनों के संचालन पर रोक है और लोग निराश होकर विकल्प के इंतजार में स्टेशन पर बैठे रहे। ट्रेन मंगलवार को शाम साढ़े 6 बजे अहमदाबाद से रवाना हुई थी। ट्रेन सुबह 8 बजे नई दिल्ली पहुंची।

गुजरात और राजस्थान से आए यात्री आगे की यात्रा के लिए स्टेशन के बाहर परिवहन के साधन तलाशते नजर आए। कई यात्री रेलवे स्टेशन के बाहर खड़े रहे। जबकि कुछ यात्री स्थानीय कैब चालकों को विभिन्न राज्यों में उनके घरों तक ले जाने के लिए मनाने की कोशिश करते दिखे। जयपुर के एक होटल में काम करने वाले 14 लोगों का समूह भी ऐसी ही परेशानी में घिरा रहा।

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इन्हीं यात्रियों में से एक उत्तराखंड खटीमा के रहने वाले 22 साल के अशोक टम्टा ने बताया कि उन्हें कोई अंदाजा नहीं है कि वह कैसे अपने घर पहुंचेंगे। अशोक की 8 अप्रैल को शादी थी। उन्होंने बताया कि जयपुर के जिस होटल में वह काम करते हैं वो बंद हो गया। लॉकडाउन की वजह से वह बेरोजगार हो गया। उन्होंने बताया कि हमारे पास वापसी के अलावा कोई विकल्प नहीं था। जब ट्रेन सेवाएं बहाल हुईं तो हमने एक बार सोचा भी नहीं और टिकट बुक करवा लिया। फिर यात्रा के लिए तैयार हो गए।

पिथौरागढ़ के रहने वाले अशोक के दोस्त और सहकर्मी दीपक कुमार ने कहा कि अगर उन्हें परिवहन का कोई साधन नहीं मिला तो वह सड़कों पर सोएंगे और पैदल चलकर अपने गृह राज्य पहुंचेंगे। जयपुर में काम करने वाले चेन्नई के तीन लोगों का समूह भी इनमें से एक था जो स्टेशन के बाहर इंतजार कर रहा था।

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एक यात्री मोहम्मद फुरकान ने बताया कि सड़क पर बाहर इंतजार करने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है। सिर्फ इतनी राहत है कि आसमान में बादल छाए हैं। उसके दोस्त गिलानी ने बताया कि उन्होंने बीती रात भोजन किया था और अब उनके पास खाने को कुछ नहीं है।