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शुभेंदु अधिकारी के गढ़ से चुनाव लड़ेगी ममता बनर्जी, कहा- ‘मेरे लिए लकी है ये जगह’

ममता बनर्जी ने कहा है कि वो नंदीग्राम से भी चुनाव लडेंगी नंदीग्राम शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है अधिकारी हाल ही में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं

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Vivhav Shukla

Jan 18, 2021

ममता बनर्जी

ममता बनर्जी

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी से पार्टी छोड़ना का बदला ले लिया है। दरअसल,ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में एक रैली के दौरान यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने नंदीग्राम रैली से हुंकार भरते हुए कहा, 'नंदीग्राम मेरे लिए लकी है। मैं इस बार यहीं से से चुनाव लड़ूंगी। संभव हुआ तो भवानीपुर और नंदीग्राम दोनों जगह से चुनाव लड़ूंगी।'

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दल बदलने वालों की चिंता नहीं

ममता ने कहा, 'मुझे वो दिन याद हैं, इसलिए मुझे किसी से ज्ञान नहीं चाहिए, नंदीग्राम आंदोलन किसने शुरू किया था, हम सब जानते हैं।'अधिकारी पर हमला बोलते हुए ममता ने आगे कहा, ‘दल बदलने वालों की चिंता नहीं है, जब तृणमूल कांग्रेस का गठन किया गया था, तब उनमें से कोई साथ नहीं था।

उन्होंने BJP पर हमला करते हुए कहा, भाजपा के लोग मीडिया को डराकर अपने हिसाब से सर्वे बनाए जा रहा हैं, मुझे सब पता है। सारे वीडियो और व्हाट्सएप पर विश्वास मत करना, यह सब फेक है. बीजेपी झूठी खबरों को फैलाने का काम कर रही है। बीजेपी वाशिंग मशीन है,इसे सफेद को काला करना आता है।

नंदीग्राम से मिली थी गद्दी

बता दें साल 2016 में नंदीग्राम विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर शुभेन्दु अधिकारी ने चुनाव जीता था। लेकिन हाल ही में अधिकारी ममता की पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।शुभेन्दु के TMC छोड़ने से ममता को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि ममता को बंगाल की सत्ता दिलाने में नंदीग्राम और थे।शुभेन्दु की अहम भूमिका रही है।

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साल 2007 में ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में ही लेफ्ट सरकार के भूमि अधिग्रहण के खिलाफ धरना दिया था और इस आंदोलन के नायक सुवेंदु अधिकारी ही थे। इनकी मदद से ही बंगाल में लेफ्ट का 34 साल पुरानी सरकार गिर गई थी।और ममता को कुर्सी मिल पाई थी।


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