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Zoom ऐप का इस्तेमाल खतरनाक, गृह मंत्रालय ने जारी की सार्वजनिक चेतावनी

लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम के लिए जमकर हो रहा इस्तेमाल। सरकारी कर्मियों को इस के बिल्कुल भी प्रयोग ना करने के दिए निर्देश। गृह मंत्रालय के साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर ने जारी की एडवायजरी।

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zoom app advisory

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नई दिल्ली।कोरोना वायरस के खतरे के बीच जारी लॉकडाउन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए लोगों द्वारा Zoom ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को सार्वजनिक चेतावनी देते हुए एक एडवायजरी जारी की। इस एडवायजरी में सरकारी अधिकारियों को सलाह दी गई है कि Zoom ऐप व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए इसका इस्तेमाल ना करें।

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सरकार की यह चेतावनी राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी- कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया (CERT-in) द्वारा इस मशहूर ऐप में मौजूद साइबर खामी को सामने लाने के बाद जारी की गई है। कोरोना वायरस महामारी के बीच हजारों कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे वर्क फ्रॉम होम के दौरान इस ऐप का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है।

गृह मंत्रालय के साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर (CyCord) द्वारा जारी की गई ताजा एडवायजरी निजी कर्मचारियों-व्यक्तियों के लिए है और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अधिकांश सरकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए NIC (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है।

सरकारी अधिकारियों से कहा गया है कि किसी भी तरह की मीटिंग के लिए थर्ड पार्टी ऐप या सर्विस का इस्तेमाल ना करें। गौरतलब है कि दिसंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CyCord पोर्टल को लॉन्च किया था ताकि सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों के साथ साइबर संबंधी मामलों को साझा किया जा सके।

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गृह मंत्रालय ने Zoom ऐप का इस्तेमाल करने वाले निजी कर्मचारियों-व्यक्तियों से कहा है कि वे इसके लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें। इसके अंतर्गत कॉन्फ्रेंस रूम में अनाधिकारिक व्यक्ति को आने से रोकना, किसी अनाधिकारिक-गैर यूजर को दूसरों के सिस्टम पर गलत गतिविधि से रोकना और यूजर्स को पासवर्ड और एक्सेस की इजाजत देकर DoS attack से बचाना शामिल है।

बता दें कि कंप्यूटिंग में, DoS attack (सेवा से इनकार) एक साइबर-हमला है जिसमें अपराधी इसके यूजर्स द्वारा मशीन या नेटवर्क रिसोर्स के लिए अस्थायी रूप से या अनिश्चित काल तक इंटरनेट से जुड़ी किसी होस्ट की सेवाओं को बाधित करने के लिए उपलब्ध नहीं करना चाहता है।

इससे पहले CERT-in ने कहा था कि बिना किसी सुरक्षा के Zoom ऐप का इस्तेमाल साइबर हमलों की वजह बन सकता है, जिसमें दफ्तर की संवेदनशील जानकारियों का अपराधियों तक पहुंचना भी शामिल है।

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पिछले सप्ताह मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में Zoom के सीईओ एरिक एस युआन ने कहा था कि उनकी कंपनी बहुत तेजी से आगे बढ़ी और हमनें कुछ गलतियां कीं। कंपनी ने इनसे सबक सीखा है और एक कदम पीछे खींचते हुए प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर ध्यान केंद्रित किया है।