
नई दिल्ली।
Monsoon 2020: सुपर साइक्लोन अम्फान ( Super Cyclone Amphan ) का असर मानसून पर भी पड़ा है। मौसम विभाग ( Weather forecast ) ने कहा है कि भारत में इस बार मानसून ( Monsoon 2020 Date ) देरी से दस्तक दे सकता है। भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) के डायरेक्टर जनरल डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि सुपर साइक्लोन अम्फान की वजह से मानसून ( Monsoon 2020 in India ) की रफ्तार धीमी हुई है।
इसी वजह से मानसून देरी से दस्तक दे सकता है। उन्होंने बताया, भारत में मानसून 1 जून की जगह 5 जून को केरल के दक्षिणी तट को छू सकता है।बता दें कि महाचक्रवाती तूफान अम्फान ( Amphan Impact ) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाई है। अम्फान की वजह से अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।
अम्फान से बिगड़ी मानसून की रफ्तार
मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि आमतौर पर 1 जून तक मानसून केरल पहुंच जाता है। लेकिन, इस बार अम्फान के चलते वातावरण और हवा में गड़बड़ है। अम्फान के कारण मानसून की रफ्तार धीमी हो गई है। ऐसे में अनुमान है कि अब 5 जून तक मानसून केरल पहुंचेगा।
तापमान बढ़ेगा, लेकिन विक्षोभ से होगी बारिश
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, दो—तीन दिन तक मौसम शुष्क रहेगा। इसके चलते दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी होगी। कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। हालांकि, इसके बाद एक नया पश्चिमी विक्षोभ तंत्र तैयार हो रहा है। विभाग के मुताबिक एक सप्ताह बाद फिर बारिश होने के आसार बने हुए है।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही
बता दें कि साइक्लोन अम्फान ने बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण कोलकाता का चेहरा पूरी तरह बदल गया है। तूफान की वजह से कोलकाता में 15 लोगों की मौत हुई है। सड़कों पर चारों ओर हजारों पेड़, बिजली के खंभे, केबल आदि गिरे हुए हैं। अब तक 72 लोगों की जान तक चली गई। वहीं, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi ) प्रभावित इलाकों का दौरा करने लिए जाएंगे।
5 जून को देगा दस्तक
इससे पहले मानसून के एक जून को दस्तक देने की संभावना थी। लेकिन, भारत में अब 5 जून को मानसून दस्तक देगा। केरल से आगे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के भागों में मॉनसून की प्रगति को 3 से 7 दिन पीछे किया गया है। प्रगति में भले देरी की गई है लेकिन समूचे देश को पार करते हुए उत्तर-पश्चिम भारत के आखिरी ठिकाने से भी आगे निकाल जाने तिथि 15 जुलाई से घटाकर 8 जुलाई कर दी गई है।
Updated on:
22 May 2020 10:02 am
Published on:
22 May 2020 10:00 am
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