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मुंबई 26/11 हमले को 10 साल पूरे, इस अधिकारी ने किया था पाकिस्तान की साजिश का खुलासा

मुंबई 26/11 हमले को 10 साल पूरे हो गए। आज ही के दिन देश की आर्थिक नगरी दुश्मन की गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रही थी।

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Mumbai terror attack

मुंबई 26/11 हमले को 10 साल पूरे, इस अधिकारी ने किया था पाकिस्तान की साजिश का खुलासा

नई दिल्ली। मुंबई 26/11 हमले को 10 साल पूरे हो गए। आज ही के दिन देश की आर्थिक नगरी दुश्मन की गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रही थी। सैंकड़ों लोग पाक आतंकियों के चंगुल में फंसे थे। इस हमले में 162 लोगों ने अपनी जान गवांई थी। इस बीच महाराष्ट्र पुलिस के चीफ दत्ता पडसलगिकर ऐसे पहले शख्स थे जिन्होंने मुंबई पुलिस को अलर्ट किया था। उन्होंने ही 26/11 हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश का खुलासा किया था। दरअसल, 26/11 हमले के समय पडसलगिकर केन्द्रीय खुफिया एजेंसी में तैनात थे।

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जानकारी के अनुसार मुंबई हमले की जांच कर रहे रमेश महाले द्वारा लिखी किताब के विमोचन पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड आॅर्डर) देवेन भारती ने यह जानकारी दी कि पडसलगिकर के खुलासे से पहले पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा था और वह अंधेरे में टटोल रही थी। घटना को याद करते हुए भारती ने बताया कि शुरुआत में हमें लगा कि किसी गिरोह का काम है, लेकिन तभी पडसलगिकर ने फोन कर हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश होने की बात कही। पडसलगिकर उस दौरान केन्द्रीय खुफिया एजेंसी में तैनात थे। उन्होंने मुंबई पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि यह हमला पाकिस्तान प्रायोजित है।

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एक सीनियर आईपीएस आॅफिसर के अनुसार पडसलगिकर के खुलासा से पहले पुलिस हमलावरों के बारे में बगैर किसी इनपुट के मानों अंधेरे में तीर चला रही थी। वहीं, मुंबई आतंकी हमले में फंसे बसपा के पूर्व सांसद लालमणि प्रसाद को आज भी पूरा घटनाक्रम याद है। यहां तक कि इस हमले ने एक तरह से उनकी जिंदगी ही बदल दी। दरअसल, प्रसाद उस समय मुंबई के ताज होटल में ही ठहरे हुए थे। पूर्व सांसद ने बताया कि हमले का शिकार हुए 166 लोगों में कई उनके परिचित थे। प्रसाद होटल की दूसरी मंजिल पर थे। उन्होंने सुरक्षा बलों एवं आतंकवादियों के बीच की मुठभेड़ को बहुत नजदीक से देखा। 48 घंटे तक होटल में फंसे रहने के बाद जब एनएसजी कमांडों ने बताया तो उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया।