ओली ने देश के नाम संबोधन में कहा कि वे नए सिरे से जनादेश लेने के लिए मजबूर किए गए, क्योंकि उनकी ही पार्टी में दरार से कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा था। मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी चल रही थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत से सीमा विवाद के मुद्दे के समाधान की चर्चा में विकास हुआ है।