10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

निर्भया केसः चारों दोषियों को सता रहा फांसी का डर, खाना छोड़ा, आपस में नहीं कर रहे बात

Nirbhaya Case चारों दोषियों को सता मौत का डर फांसी के डर से नहीं खा रहे खाना आपस में बातचीत भी बंद, रोज हो रही मेडिकल जांच

2 min read
Google source verification
Nirbhaya Gangrape Case

निर्भया के चारों दोषी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली।निर्भया केस ( Nirbhaya Case ) में पटियाला हाउस कोर्ट ( Patiala House Court ) की ओर से डेथ वारंट जारी करने के बाद से ही चारों दोषियों को मौत डर सताने लगा है। हालांकि अब तक चारों दोषियों की ओर से कोई भी क्यूरेटिव पीटिशन या दया याचिका दायर नहीं की गई है, लेकिन फांसी का डर इन चारों दोषियों के चेहरे पर साफ देखा जा सकता है।

डेथ वारंट ( Death Warrant ) जारी होने के बाद से ही तिहाड़ जेल ( Tihar Jail ) में बंद इन चारों दोषियों ने खाना-पीना काफी कम कर दिया है। रातभर ये चारों दरिंदे अपनी सेल में टहलते या करवट बदलते हुए रात गुजार रहे हैं।

मौसम विभाग ने जारी किया अब तक का सबसे बड़ा अलर्ट, इस बार दिसंबर के भी रिकॉर्ड तोड़ेगी सर्दी, पीछे है बड़ी वजह

आपस में भी बात नहीं कर रहे दोषी
फांसी के खौफ का आलम यह रहा कि दोषियों ने मंगलवार को तो खाना भी नहीं खाया। साजिश के तहत सजा से बचने की उम्मीद लगाए बैठे चारों दोषियों ने पिछले दो दिनों से आपस में बात तक नहीं की है।

विनय अलग सेल में बंद
निर्भया के चारों दोषियों में से तीन दोषी अक्षय, पवन और मुकेश जेल नंबर दो में बंद हैं, जबकि विनय शर्मा जेल नंबर तीन में बंद है।

रोजाना इन दोषियों को सेल की तलाशी ली जाती है। तिहाड़ जेल से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को जब अदालत ने चारों को डेथ वारंट जारी किया, तो चारों दोषी परेशान हो गए।

निर्भया के दोषियों को फांसी देने वाले जल्लाद पवन का छलका दर्द, पीएम मोदी से लगाई गुहार

पवन और अक्षय ने तो खाना भी नहीं खाया। इसी बुधवार को चारों दोषियों ने सिर्फ थोड़ा नाश्ता किया।
जेल के सूत्रों की मानें तो बुधवार सुबह करीब 10 बजे चारों दोषियों को जेल के अस्पताल में जांच के लिए लाया गया। यहां पर उनका मेडिकल हुआ।

22 जनवरी तक हर रोज होगी जांच
इस दौरान भी चारों ने आपस में कोई बात नहीं की। इसके बाद उन्हें वापस सेल में बंद कर दिया गया। बताया जाता है कि चारों दोषियों की 22 जनवरी तक प्रतिदिन जांच कराई जाएगी। जेल अधिकारियों का कहना है कि वजन, हृदय गति सहित अन्य की जांच फांसी दिए जाने तक होती रहेगी।


बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग