वहीं केंद्र सरकार ने भी कई तरह के कदम उठाए हैं और अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करने के इरादे से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विमानों में खाना न देने का फैसला लिया है। मंत्रालय की ओर से सोमवार को घोषणा की गई है कि कोरोना संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए 120 मिनट यानी दो घंटे की अवधि वाली उड़ानों में भोजन नहीं दिया जाएगा।
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बयान में कहा गया है कि घरेलू उड़ानों पर दी जाने वाली सेवाओं के लिए संशोधित मौजूदा मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के मुताबिक, दो घंटों से कम समयावधि वाली घरेलू फ्लाइटों पर यात्रियों को कोई भोजन नहीं दिया जा सकता है। बयान में आगे कहा गया है कि एयरलाइन की नीति के अनुसार, दो घंटे से अधिक समयावधि वाली घरेलू उड़ानों पर पहले से पैक किए गए स्नैक्स/भोजन/पेय पदार्थ दिया जा सकता है।
अब तक 1.35 करोड़ लोग संक्रमित
मंत्रालय के कार्यालय द्वारा जारी ज्ञापन में कहा गया है, “घरेलू उड़ानों पर दो घंटों से अधिक समयावधि वाली फ्लाइटों पर भोजन की सेवाएं दी सकती हैं।” हालांकि, इसमें यह भी कहा गया है कि सभी वर्गों में ट्रे-सेट अप, प्लेट और कटलरी का उपयोग किया जाएगा, जिसे पूरी तरह से डिस्पोजेबल होना चाहिए, जिसे फिर से उपयोग न किया सके। “उपयोग किए गए डिस्पोजेबल ट्रे/क्रॉकरी/कटलरीज़ को फिर से उपयोग नहीं किया जाएगा।
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बता दें कि रविवार को पूरे देश में रिकॉर्ड संख्या में कोरोना मरीजों की तादाद सामने आई है। रविवार को कोरोना संक्रमण के 1,68,912 नए मामले दर्ज किए गए, जो कि एक दिन दर्ज सबसे अधिक संख्या है। इसके साथ ही भारत में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,35,27,717 हो गई है, जबकि मरने वालों का कुल आंकड़ा 1,70,179 हो चुका है।