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Patrika Positive News: अमरजीत ने बच्चों की पढ़ाई के लिए जमा पैसों से बना ली ऑक्सीजन एंबुलेंस, अब कर रहे सेवा

Patrika Positive News बच्चों की पढ़ाई के लिए जमा किए पैसे, ऑक्सीजन और बेड की हुई किल्लत तो दिल्लीवासी अमरजीत ने सारी पूंजी से बना ली एंबुलेंस, अब कर रहे सेवा

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Patrika Positive News

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नई दिल्ली। कोरोना दौर में लोगों ने अपने आसपास कई ऐसे लोगों को देखा जो उनके दुख दर्द में सामने आए। उनकी मदद करने में जी जान से जुटे हुए हैं। ऐसे ही कोरोना वॉरियर्स और हीरो को पत्रिका अपने अभियान पत्रिका पॉजिटिव न्यूज ( Patrika Positive News ) के जरिए पाठकों से रूबरू करवा रहा है।

अमरजीत सिंह एक ऐसे ही शख्स का नाम है। जो राजधानी दिल्ली कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। खास बात यह है कि इन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए जमा किए पैसों से एक एंबुलेंस बनाई है।

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जब दिल्लीवासी ऑक्सीजन के लिए लड़ रहे थे। लोगों के अपने जब अस्पतालों में बेड नहीं ले पा रहे थे, तो अमरजीत ने अपनी ओर से एक पहल की, उन्होंने लोगों के लिए ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा शुरू की। अमरजीत कहते हैं, ‘मैं कोई संत नहीं हूं। मैं कुछ भी नहीं हूं। मैं बस एक छोटा सा काम कर रहा हूं।

आपको बता दें कि अमरजीत की सेवा का ये आलम है कि वे देर रात तक लोगों को अस्पताल पहुंचाने का काम करते हैं।

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स्कूल की कैब चलाते थे
अमरजीत कोरोना काल से पहले स्कूल कैब ड्राइवर थे। अब वो लोगों को 24 घंटे ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा मुहैया करवाते हैं। उनकी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हैं। इसी के जरिए वो लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं।

8 लाख रुपए किए थे जमा
अमरजीत ने अपने बच्चों के लिए 7-8 लाख रुपए जमा किए थे। उनके के परिवार में उनकी पत्नी दो बेटियां और एक बेटा है। वे कहते हैं मैंने अपने बच्चों को भी बता रखा है कि उनकी पढ़ाई के लिए जो पैसे जोड़े थे वो अब लोगों की सेवा में लगा दिए हैं। परिवार को भी लगता है कि मैं कुछ अच्छा काम कर रहा हूं। बच्चे भी सपोर्ट करते हैं।

पैसा तो बाद में भी फिर कमा लूंगा
अमरजीत की मानें तो पैसा तो ‘वाहेगुरू फिर दे देगा’। सेवा का मौका फिर मिले ना मिले। वे कहते हैं ईश्वर ने चाहा तो पैसा बाद में भी कमाया जा सकता है।

अमरजीत जैसे लोगों की कहानी बताती है कि कुछ लोग इस दौर में अपने बारे में कम सोचकर दुनिया के बारे में ज्यादा सोच रहे हैं। भलाई का काम कर रहे हैं। ये ही वो लोग हैं जो इस दुनिया को बचाए हुए हैं।