अमरजीत सिंह एक ऐसे ही शख्स का नाम है। जो राजधानी दिल्ली कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। खास बात यह है कि इन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए जमा किए पैसों से एक एंबुलेंस बनाई है।
यह भी पढ़ेँः patrika positive news कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों को 10 लाख रुपये देगी आंध्र प्रदेश की सरकार जब दिल्लीवासी ऑक्सीजन के लिए लड़ रहे थे। लोगों के अपने जब अस्पतालों में बेड नहीं ले पा रहे थे, तो अमरजीत ने अपनी ओर से एक पहल की, उन्होंने लोगों के लिए ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा शुरू की। अमरजीत कहते हैं, ‘मैं कोई संत नहीं हूं। मैं कुछ भी नहीं हूं। मैं बस एक छोटा सा काम कर रहा हूं।
आपको बता दें कि अमरजीत की सेवा का ये आलम है कि वे देर रात तक लोगों को अस्पताल पहुंचाने का काम करते हैं। यह भी पढ़ेँः Patrika Positive News: कोरोनाकाल में पौने 3 घंटे में 50 किमी साइकिल चलाकर छत्तीसगढ़ के अंकित ने बनाया इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड
स्कूल की कैब चलाते थे
अमरजीत कोरोना काल से पहले स्कूल कैब ड्राइवर थे। अब वो लोगों को 24 घंटे ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा मुहैया करवाते हैं। उनकी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हैं। इसी के जरिए वो लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं।
अमरजीत कोरोना काल से पहले स्कूल कैब ड्राइवर थे। अब वो लोगों को 24 घंटे ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा मुहैया करवाते हैं। उनकी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हैं। इसी के जरिए वो लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं।
8 लाख रुपए किए थे जमा
अमरजीत ने अपने बच्चों के लिए 7-8 लाख रुपए जमा किए थे। उनके के परिवार में उनकी पत्नी दो बेटियां और एक बेटा है। वे कहते हैं मैंने अपने बच्चों को भी बता रखा है कि उनकी पढ़ाई के लिए जो पैसे जोड़े थे वो अब लोगों की सेवा में लगा दिए हैं। परिवार को भी लगता है कि मैं कुछ अच्छा काम कर रहा हूं। बच्चे भी सपोर्ट करते हैं।
अमरजीत ने अपने बच्चों के लिए 7-8 लाख रुपए जमा किए थे। उनके के परिवार में उनकी पत्नी दो बेटियां और एक बेटा है। वे कहते हैं मैंने अपने बच्चों को भी बता रखा है कि उनकी पढ़ाई के लिए जो पैसे जोड़े थे वो अब लोगों की सेवा में लगा दिए हैं। परिवार को भी लगता है कि मैं कुछ अच्छा काम कर रहा हूं। बच्चे भी सपोर्ट करते हैं।
पैसा तो बाद में भी फिर कमा लूंगा
अमरजीत की मानें तो पैसा तो ‘वाहेगुरू फिर दे देगा’। सेवा का मौका फिर मिले ना मिले। वे कहते हैं ईश्वर ने चाहा तो पैसा बाद में भी कमाया जा सकता है।
अमरजीत की मानें तो पैसा तो ‘वाहेगुरू फिर दे देगा’। सेवा का मौका फिर मिले ना मिले। वे कहते हैं ईश्वर ने चाहा तो पैसा बाद में भी कमाया जा सकता है।
अमरजीत जैसे लोगों की कहानी बताती है कि कुछ लोग इस दौर में अपने बारे में कम सोचकर दुनिया के बारे में ज्यादा सोच रहे हैं। भलाई का काम कर रहे हैं। ये ही वो लोग हैं जो इस दुनिया को बचाए हुए हैं।