
Post-Coronavirus Clinic in Delhi will help patients for analysing fresh symptoms
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Cases in India ) से जूझते देश में एक बात अच्छी है कि इससे ठीक होने वालों की तादाद काफी ज्यादा है और मरने वालों की बेहद कम। हालांकि बीते कुछ वक्त में कई स्थानों से ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें कोरोना वायरस ( covid-19 updates ) से ठीक हो चुके मरीजों में फिर से इसके लक्षण नजर आने लगे हैं। ऐसे मरीजों के लिए अब दिल्ली सरकार ने एक स्पेशल क्लीनिक ( Post-Coronavirus Clinic ) शुरू करने की योजना बनाई।
सबसे पहले बता दें कि देश में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट काफी बेहतर हो गया है। भारत में अब यह दर 72 फीसदी से ज्यादा हो गई है। वहीं, कोरोना मरीजों की मृत्यु दर कम होकर 1.92 फीसदी पहुंच गई है। ऊंचा रिकवरी रेट ( corona patients recovery rate ) और सबसे कम मृत्यु दर वाले दुनिया के कोरोना प्रभावित देशों में शामिल भारत में अब इस बीमारी से खतरा कम हो चुका है। हालांकि कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के चलते लोगो में दहशत जरूर है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ( rajiv gandhi hospital ) में जल्द ही पोस्ट-कोरोना वायरस क्लीनिक खोला जाएगा। इस क्लीनिक में महामारी से ठीक हो चुके ऐसे मरीजों को देखा जाएगा, जिनमें फिर से इसके लक्षण नजर आने लगे हैं।
इस संबंध में राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने बताया कि उनके पास कई ऐसे फोन आए हैं, जिनमें कोरोना वायरस से रिकवर हो चुके मरीजों में फिर से इस महामारी के लक्षण दिखने लगे हैं। इन मरीजों ने शिकायत की है कि रिकवरी के कुछ वक्त बाद उन्हें फिर से तकलीफ होने लगी है और सांस लेने में परेशानी पेश आ रही है।
डॉ. शेरवाल ने आगे बताया कि इस क्लीनिक में मरीजों के फेफड़ों का सीटी स्कैन के साथ अन्य टेस्ट किए जाएंगे, ताकि पता चल सके कि क्या अलग-अलग मरीजों के कोरोना से ठीक होने की प्रक्रिया अलग-अलग है और यह भी देखा जाएगा कि मरीजों में इसके लक्षण फिर से क्यों देखने को मिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में संभवता इस सप्ताह से यह क्लीनिक खुल जाएगा। इससे पहले इस माह की शुरुआत में अस्पताल में दो ऐसे मामले आए थे जिन्होंने शिकायत की थी कि कोरोना वायरस से रिकवरी के करीब डेढ़ माह बाद उनमें फिर से इसके लक्षण दिखाई देने लगे। इन मरीजों का कोरोना टेस्ट करने पर उनका नतीजा पॉजिटिव आया। पहली बार जब उन्हें डिस्चार्ज किया गया था तब उनका टेस्ट नहीं किया गया था। दोनों मरीजों में दोनों बार मध्यम दर्जे के लक्षण दिखाई दे रहे थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ( Ministry of Health and Family Welfare ) के मुताबिक फिलहाल देश में कोरोना वायरस के कुल केस 26,47,663 पहुंच चुके हैं। इनमें से 19,19,842 लोग रिकवर/ठीक होकर घर जा चुके हैं। जबकि देश में अब तक कुल 3,00,41,400 लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जा चुकी है।
इन सबके बीच अच्छी बात यह है कि देश में आज एक्टिव केस ( Coronavirus Active Case ) और रिकवर मरीजों के बीच 12,42,942 का भारी अंतर आ चुका है। देश में फिलहाल कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 6,76,900 है और यह कुल केस का केवल 25.57 फीसदी ही है। हालांकि अब तक देश में कोरोना वायरस के चलते 50,921 लोगों की मौत ( Coronavirus Deaths ) हो चुकी है।
Updated on:
17 Aug 2020 05:20 pm
Published on:
17 Aug 2020 05:08 pm
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