
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार का डीएनए ही खराब है।
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 ( Bihar Assembly Elections 2020 ) की सुगबुगाहट तेज होते ही सियासी जंग भी शुरू हो गई है। इसी क्रम में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( home minister amit shah ) की वर्चुअल रैली ( Virtual Rally ) का राष्ट्रीय जनता दल की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ( Former CM RAbri Devi ) ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विरोध किया। राबड़ी देवी पटना की सड़कों पर उतरीं और थाली बजाकर जोरदार विरोध दर्ज कराया। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) के नियमों का पूरी तरह से पालन किया।
रविवार को जहां भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने अमित शाह की वर्चुअल रैली के साथ अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Election ) के मद्देनजर आज से पार्टी के अभियान की शुरुआत की वहीं राष्ट्रीय जनता दल ( RJD ) नेता और कार्यकर्ता इस रैली का विरोध करते नजर आए।
बिहार का किया बंटाधार
आरजेडी नेता राबड़ी देवी ने बीजेपी पर प्रवासी मजदूरों ( Migrant Laborers ) के हालातों को सुधारने के बजाय चुनाव पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया। उन्होंने बिहार की गठबंधन सरकार को जनविरोधी करार देते हुए प्रदेश की जनता से नीतीश कुमार को सबक सिखाने की अपील की उन्होंने कहा कि वर्तमान ने बिहार में विकास करने के बदले उसका बंटाधार किया।
नीतीश कुमार का डीएनए ही खराब है
दूसरी तरफ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( RJD Leader Tejashwi Yadav ) ने बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से 'डीएनए पॉलिटिक्स' ( DNA politics ) का राग छेड़ दिया है। अमित शाह की वर्चुअल रैली ( Amit Shah's virtual rally ) के विरोध में आरजेडी की ओर से थाली पीटो कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार का डीएनए की ही खराब है।
तेजस्वी के इस हमले के बाद से बिहार की राजनीति एक बार फिर डीएनए के इर्द गिर्द घूमने लगी है। तेजस्वी यादव ने कोरोना वायरस ( coronavirus ) महामारी से निपटने में नीतीश को फेल बताया। उन्होंने इस मौके पर बिहार पुलिस की उस चिट्ठी का उल्लेख किया जिसमें प्रवासी मजदूरों के बारे में टिप्पणी की गई थी।
हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी ने मीडिया के सामने इस चिट्ठी की प्रति फाड़ कर राजनीतिक संदेश दिया था। आज तेजस्वी ने चिट्ठी के डीएनए में खोट है कह कर नीतीश पर वार किया है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी का डीएनए नीतीश कुमार सरकार को ले डूबेगा।
दूसरी तरफ आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न जिलों में थाली बजाकर शाही की रैली का विरोध किया। इससे पहले बिहार के लखीसराय में भी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता थाली बजाकर अमित शाह की रैली का विरोध दर्ज करवा चुके हैं।
शाह की रैली में शामिल होंगे 12 लाख लोग
बता दें कि बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) आज बिहार में एक वर्चुअल रैली कर रहे हैं। इस रैली को ‘बिहार जनसंवाद रैली' नाम दिया गया है। इसका मकसद विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से संपर्क स्थापित करना और चुनावी बिगुल फूकना है। बताया जा रहा है कि शाही की इस डिजिटल रैली से करीब 12 लाख लोग जुड़ेंगे।
Updated on:
07 Jun 2020 04:32 pm
Published on:
07 Jun 2020 04:30 pm
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