script

जम्मू-कश्मीर: DSP देवेंद्र सिंह के करीबी लोगों के घरों पर छापेमारी

locationनई दिल्लीPublished: Jan 15, 2020 03:57:14 pm

Submitted by:

Shivani Singh

DSP देवेंद्र सिंह के डॉक्टर और बैंक अधिकारी के घर छापेमारी
देवेंद्र सिंह की हिज्बुल के तीन आतंकियों के साथ हुई गिरफ्तारी
आतंकियों को अपने घर में पनाह देते थे देवेंद्र सिंह

devendra-singh-dsp-of-jammu-kashmir_2.jpg

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मरी के DSP देवेंद्र सिंह ( DSP Davinder Singh ) से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आ रही है। देवेंद्र सिंह के करीबी लोगों और रिश्तेदारों के घर पर सुरक्षा एजेंसियों की ओर से छापेमारी की जारी है। छापेमारी में उनके डॉक्टर और बैंक अधिकारी का घर भी शामिल है। बता दें कि रविवार को जम्मू-कश्मरी ( Jammu Kashmir ) के DSP देवेंद्र सिंह और हिज्बुल के तीन आतंकियों के साथ गिरफ्तार किया गया था।

यह भी पढ़ें

DSP देवेंद्र सिंह का होने वाला था प्रमोशन, बनने वाले थे पुलिस अधीक्षक

DSP देवेंद्र सिंह पर आतंकियों को पनाह देने और उनकी मदद का आरोप है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक देवेंद्र सिंह अपने घर में आतंकियों को पनाह देते थे। उन्होंने त्राल में आतंकियों को अपने पैतृक घर में भी शरण दी हुई थी। इस काम के लिए उन्हें आतंकियों की ओर से मोटी रकम दी जाती थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने आतंकियों को बादामी बाग छावनी इलाके में सेना की 16वीं कोर के मुख्यालय के पास अपने आवास में पनाह दी थी।

nia-raid-1501424402.jpg
प्राप्त जानकारी के मुताबिक देवेंद्र सिंह आतंकियों के साथ मिलकर राजधानी दिल्ली समेत चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू को निशाना बनाने वाले थे। देवेंद्र सिंह पर संसद पर हमला करन वाले आतंकियों की मदद करने का भी मामला सामने आया है। इस पर सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं।
यह भी पढ़ें

आतंकी नवीद से पूछताछ जारी, DSP देवेंद्र सिंह से जुड़े कई खुलासे किए

कौन है DSP देवेंद्र सिंह

देवेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले ( Pulwama ) के त्राल के रहने वाले हैं। सबसे पहले उनकी भर्ती जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर के तौर पर हुई थी। इसके बाद उन्हें स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन वहां से कुछ दिन बाद उनका ट्रांसफर हो गया और वह ट्रैफिक पुलिस में काम करने लगे। 2003 में वे कोसोवो गए और शांति रक्षक दल में शामिल हो गए। वहां के बाद उन्हें आतंकवाद निरोध दस्ते में शामिल कर लिया गया। उन्हें आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में मेडल से सम्मानित भी किया गया था। इसके बाद उनके कई प्रमोशन हुए। अभी वह जम्मू-कश्मीर पुलिस में डीएसपी हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो