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नई दिल्ली।कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) से पार पाने के लिए भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में वैक्सीनेशन ( Corona Vaccination in India ) शुरू करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। दिल्ली समेत लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों करोड़ों लोगों के टीकाकरण के लिए शनिवार को ड्राई रन ( Dry run Campaign ) अभियान चलाया। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ( Union Ministry of Health )
ने वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन नाम से एक ऐप्लीकेशन बनाई है। कोरोना कोवैक्सीन लगवाने के लिए पहले गूगल प्ले स्टोर या ऐपल स्टोर से यह ऐप डाउनलोड करनी होगी। जिसके बाद रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल के जरिए कोरोना वैक्सीन के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है। हालांकि यह प्रक्रिया केवल देश के उन नागरिकों के लिए ही जरूरी है, जो कोरोना वॉरियर्स या फिर स्वास्थ्य कर्मी नहीं हैं।
कैसे काम करेगा कोविन ऐप
दरअसल, कोविन एप को वैक्सीनेशन की प्रक्रिया, एडमिनस्ट्रेशन वर्क, वैक्सीनेशन वर्कर्स और वैक्सीन लगाए जाने वाले लोगों के बीच बेहतर कोर्डिनेशन के लिए डिजायन किया गया है। कोविन एप के पांच मॉड्यूल हैं। पहला एडमिनिस्ट्रेशन मॉड्यूल, दूसरा पंजीकरण मॉड्यूल, तीसरा टीकाकरण मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवां रिपोर्ट मॉड्यूल।
तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएगी वैक्सीन
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि पहले चरण में कोरोना की वैक्सीन देशभर में फ्री लगाई जाएगी। शनिवार को एक सवाल के जवाब में हर्षवर्धन ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में पहले चरण के अंतर्गत कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने बाद में कहा कि अभी केवल तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं को ही फ्री कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को-विन पर लाभार्थियों का डेटा अपलोड किया जाए
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी राज्यों ने विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ड्राई रन चलाने के लिए अपने विशेष क्षेत्रों और जिलों का चयन किया। अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने इस अभियान का समर्थन किया। ड्राइव में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी ने कई लाभार्थियों (स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों) की पहचान की। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वैक्सीन के वितरण की निगरानी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को-विन पर लाभार्थियों का डेटा अपलोड किया जाए।
Updated on:
02 Jan 2021 06:48 pm
Published on:
02 Jan 2021 06:37 pm
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