
नई दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर ( Union Territory of Jammu and Kashmir ) में भारतीय सेना ( Indian Army ) आतंकियों के सफाए में जुटी है। इसी का नतीजा है कि सुरक्षा बलों ने इस साल जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) में लगभग 200 आतंकियों को मार गिराया है। एक न्यूज रिपोर्ट में अक्टूबर तक के आंकड़ों को लिया गया है। रिपोर्ट बताया गया कि 2019 में सुरक्षाबलों के हाथों 159 आतंकी मारे गए थे। इनमें सुरक्षाबलों ने जून महीनें में सबसे अधिक 49 आतंकियों को निशाना बनाया था। आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में CRPF, Indian Army और Jammu-Kashmir Police के संयुक्त डेटा को शामिल किया गया है।
दक्षिण कश्मीर में सबसे अधिक मुठभेड़
आंकड़ों पर गौर करें तो दक्षिण कश्मीर ( South Kashmir ) में सबसे अधिक मुठभेड़ हुई हैं। यहां पर 138 मुठभेड़ हुईं। जबकि आतंकी घटनाओं के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जाने वाले शोपियां और पुलवामा ( Shopian and Pulwama ) जैसे इलाकों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 98 एनकाउंटर हुए। पुलवामा और शोपियां में क्रमश: 49 और 49 एनकाउंटर किए गए। यहां सामने आया है कि आतंकी गतिविधियों में शामिल संगठन कश्मीर के युवाओं को फुसलाकर आतंक के रास्ते पर ले जा रहे हैं। वहीं, मरने वाले आतंकियों में सबसे अधिक आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन ( Hizbul Mujahideen ) और लश्कर-ए-तैयबा ( Lashkar-e-Taiba ) के हैं। जबकि सुरक्षाबलां ने 72 पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को भी ढेर किया है। सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के 59 आतंकियों का भी सफाया किया है।
अधिकांश आतंकी हमलों की जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा ने ली
सुरक्षा विशेज्ञों के मुताबिक फिलहाल जम्मू-कश्मीर में अधिकांश आतंकी हमलों की जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा ने ली है। जबकि हिज्बुल मुजाहिदीन नेताओं की हत्या जैसे मामलों में शामिल रहता है।
Updated on:
02 Nov 2020 09:19 pm
Published on:
02 Nov 2020 08:43 pm
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
