
आईएनएस चेन्नई से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण।
नई दिल्ली। रविवार को भारत ने समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में एक और मुकाम हासिल कर लिया। नौसेना के लिए स्वदेशी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण कर भारत ने दुश्मन देशों को बता दिया है कि अगर किसी ने भारतीय सीमा की ओर आंख उठाकर देखने की कोशिश की तो उसके अंजाम बुरे होंगे। परीक्षण के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल ने अरब सागर में अपने लक्ष्य पर सही टाइमिंग के साथ सटीक निशाना साधा।
ड्रैगन को सख्त संदेश
चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण चीन को सख्त संदेश देने वाला है। बता दें कि भारत अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस मिसाइल को पहले ही तैनात कर चुका है।
450KM तक लक्ष्य को साधने में सक्षम
क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की मारक क्षमता पहले 290 किलोमीटर तक की थी। अब इसे बढ़ाकर 400 किलोमीटर से ज्यादा तक कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक ब्रहृमोस 450 किलोमीटर से अधिक दूरी तक निशाने को ध्वस्त करने में सक्षम है।
रक्षामंत्री ने दी बधाई
देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस का सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ और भारतीय नौसेना को बधाई दी है। डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने वैज्ञानिकों, डीआरडीओ के सभी कर्मचारियों, ब्रह्मोस और भारतीय नेवी को इस सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। रेड्डी ने कहा कि यह परीक्षण भारतीय सेना की क्षमता को कई तरीकों से बढ़ाएगा।
नौसेना की ताकत बढ़ी
आपको बता दें कि आईएनएस चेन्नई से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण हो गया है। सफल परीक्षण से नौसेना की ताकत में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है। स्वदेशी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस भारत और रूस ने मिलकर विकसित किया है। ब्रह्मोस का नया वर्जन 450 से ज्यादा किलोमीटर तक लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है। इस मिसाइल को आकाश समुद्र और जमीन से लॉन्च किया जा सकता है।
Updated on:
18 Oct 2020 02:50 pm
Published on:
18 Oct 2020 02:42 pm
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