
नई दिल्ली। गोवा में समुद्र किनारे तेजस की पहली बार लैंडिंग की गई। डीआरडीओ (DRDO) और ऐरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने पहली बार 'अरेस्ट लैंडिंग' को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्या पर संचालित किए जाने वाले विमान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तेजस भारत में बना पहला विमान है जो सफलतापूर्वक लैंडिंग करने के लिए तैयार किया गया है। इस विमान को नौसेना की सेवा के लिए जेट के रूप में तैयार किया गया है। इस लड़ाकू विमान ने टेस्ट फैसिलिटी में लैंड करते वक्त झटके से रुकने के लिए अपने फ्यूसलेज से बंधे हुक की मदद से एक तार को पकड़ा। बता दें कि किसी भी विमान के लिए विमानवाहक पोत पर उतरने के लिए बेहद कम दूरी में पूरी तरह रुक जाने में सक्षम होना काफी अहम होता है। यह परिक्षण भी उन्हीं परिस्थितियों में किया गया है।
गौरतलब है कि अब तक कुछ ही लड़ाकू विमान 'अरेस्ट लैंडिंग' कर पाते हैं। इन विमानों को अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और चीन ने विकसित किया है। गोवा में इस परीक्षण का बार-बार सफल होना ही साबित करेगा कि LCA-N सबसे अहम डिज़ाइन फीचर किसी भी विमानवाहक पोत के डेक पर अरेस्टेड लैंडिंग को झेल सकता है। यहां देखें समुद्र तट पर तेजस की अरेस्ट लैंडिग का वीडियो-
Updated on:
14 Sept 2019 09:05 am
Published on:
13 Sept 2019 05:30 pm
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