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कश्मीर: अब सुरक्षाबलों से हथियार नहीं लूट पाएंगे आतकंवादी, ऐसे लगेगी रोक

जिन सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीनने की वारदात को अंजाम दिया गया है वो लोग अपनी ड्यूटी से समझौता कर रहे हैं।

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Chandra Prakash Chourasia

May 24, 2018

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कश्मीर में स्मार्टफोन की वजह से लूटे जा रहे हैं सुरक्षाबलों से हथियार, ऐसे लगेगी रोक

नई दिल्ली। जम्मू एवं कश्मीर में हथियार छीनने की बढ़ती घटनाओं के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल और काम के प्रति लापरवाही को जिम्मेदार पाया गया है। सशस्त्र पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक ए.के.चौधरी ने कहा कि जिन सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीनने की वारदात को अंजाम दिया गया है वो लोग अपनी ड्यूटी से समझौता कर रहे हैं।

ड्यूटी के वक्त हो रहा स्मार्टफोन का इस्तेमाल
गुरुवार को एक विस्तृत आदेश में अतिरिक्त महानिदेशक ने कहा कि यह पाया गया है कि हाल में ड्यूटी पर तैनात पहरेदार सिपाहियों से हथियार छीनने की जो घटनाएं सामने आईं हैं, वे उनके ज्यादातर समय में स्मार्टफोन में लगे रहने से हुई है। इस तरह से वे अपनी ड्यूटी से समझौता कर रहे हैं।

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ऐसे रोकी जाएगी हथियारों की लूट
ए.के.चौधरी ने कहा कि यह प्रवृत्ति काफी बढ़ी है और इसके वजह से राज्य में खासतौर से घाटी में पुलिसकर्मियों के हथियार छीनने और हत्या की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि सभी गार्ड कर्मियों को स्टैंडिंग ड्रिल का पालन सुनिश्चित करना होगा। इस आदेश में सिपाहियों के लिए ड्यूटी के दौरान स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू किया गया है और यह भी कहा गया है कि इस तरह की ड्यूटी के लिए मानक निर्देशों के अनुसार हथियार गार्ड के शरीर से जंजीर से बंधा होना चाहिए।

एलओसी पर पाकिस्तानी फायरिंग, 7 की मौत
वहीं दूसरी ओर राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की ओर से रातभर हुई गोलीबारी में एक नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना बुधवार को लाम इलाके में हुई, जिसमें मुहम्मद मिशरी को गोली लगी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि घायल को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे विशेष चिकित्सा के लिए जम्मू भेज दिया। पिछले एक सप्ताह में पाकिस्तान बिना उकसावे के नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है, जिसमें सात महीने के बच्चे सहित सात लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।