तूफान की आहट और भारी बारिश की संभावना के चलते मौसम विभाग की ओर से मछुआरों को भी 30 नवंबर की रात से ही समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है।
आईएमडी के मुताबिक तमिलनाडु में आए चक्रवाती तूफान निवार के एक हफ्ते के अंदर ही दूसरे तूफान का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्म दबाव के गहरे दबाव में तब्दील होने के चलते ये हालात बन रहे हैं।
मौसम विभाग ने दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में और दो दिसंबर से अगले 24 घंटे के लिए पूर्वी श्रीलंका के तटीय क्षेत्रों, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और तमिलनाडु-केरल के तटों के पास जाने पर रोक लगा दी है।
आईएमडी ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटे में और गहरे दबाव में बदलने की संभावना है। ऐसे में यह चक्रवाती तूफान का आकार भी ले सकता है। यह तीन दिसंबर की सुबह करीब के पश्चिमी इलाकों की ओर बढ़ सकता है और उसके बाद कोमोरिन क्षेत्र में पहुंच सकता है।
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह ‘बहुत भीषण चक्रवाती तूफान’ निवार तमिलनाडु के तट से टकराया था। राज्य में सुरक्षा उपायों के तहत करीब ढाई लाख लोगों को आश्रय शिविरों में ठहराया गया। खास बात यह है कि तूफान से किसी की जान जाने की कोई खबर नहीं रही।