‘अयोध्या के दीपोत्सव’ में शामिल होंगी दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला शशि थरूर ने पूछा कि- ‘सबसे बड़ी एक संसद में है…लेकिन उनके शिष्य के लिए 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है। देश में गांधी जी के शिष्य के लिए इतनी बड़ी प्रतिमा क्यों है, जहां महात्मा के लिए उस आकार की कोई प्रतिमा नहीं है?’ थरूर ने कहा,‘पटेल, एक बहुत सरल व्यक्ति थे, जो गांधी जी के शिष्य के रूप में जाने जाते थे।’ थरूर ने कहा कि- ‘मैं एक सवाल पूछ रहा हूं…क्या सादगी पसंद एक व्यक्ति और एक सच्चे गांधीवादी पटेल की इस तरह की भव्य प्रतिमा बनाया जाना ठीक है।’
थरूर ने आगे कहा कि भाजपा के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि उन्होंने महात्मा गांधी की बड़ी प्रतिमा का निर्माण क्यों नहीं करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि यही कारण है कि वे (भाजपा) महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों में विश्वास नहीं करते हैं।’
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की सऊदी को फटकार, कहां है पत्रकार का शव? कांग्रेस नेता थरूर ने आरोप लगाया कि भाजपा स्वतंत्रता सेनानियों और पटेल जैसे राष्ट्रीय नायकों की विरासत को ‘हाइजैक’ करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि पटेल एक कांग्रेस नेता थे और भाजपा को उन्हें अपनाने की आज्ञा नहीं दी जाएगी।
उन्होंने दावा किया कि- ‘पटेल ने गांधी जी के साथ काम किया था और कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा।’ बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को राष्ट्र को समर्पित किया है।