
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस ( Coronavirus Case in India ) के 20,036 नए मामले सामने आए हैं और 256 मौतें हुई हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1,02,86,709 हो गई जबकि अब तक 1,48,994 लोग जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ( Ministry of Health and Family Welfare ) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इस कोरोना की दवाई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, कोरोना वायरस के इलाज में लाल चींटियों (Red Ants) की चटनी का इस्तेमाल किया जा सकता है। आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry) जल्द इसको अपनी मंजूरी दे सकता है। आपको बता दें कि लाल चींटियों का प्रयोग उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के जनजातीय इलाकों (Tribal Areas) में खाने के रूप में किया जाता है।
यह चटनी लाल चींटियां और हरी मिर्च का मिश्रण
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उड़ीसा उच्च न्यायालय ने इस संबंध में आयुष मंत्रालय और काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के महानिदेशकों से जल्द फैसला लेने को कहा है। इसके साथ ही न्यायालय ने तीन महीने के भीतर कोरोना के इलाज में लाल चींटियों की चटनी के इस्तेमाल के प्रस्ताव पर निर्णय की मांग की है। आपको बता दें कि देश के ऐसे कई राज्य हैं, जहां रहने वाली जनजातियां बुखार, सर्दी-जुकाम व सांस संबंधी बीमारी में लाल चींटियों का इस्तेमाल दवाई के रूप में करती हैं। यह चटनी लाल चींटियां और हरी मिर्च का मिश्रण होती है।
उड़ीसा उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई
जानकारी के अनुसार लाल चीटिंयों की चटनी को लेकर यह आदेश उड़ीसा उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया है। बारीपाड़ा के इंजीनियर नयाधार पाढ़ियाल की ओर से दाखिल याचिका में लाल चटनी के असर और इस्तेमाल को लेकर कार्रवाई न किए जाने पर अदालत से दखल देने की मांग की गई थी। इससे पहले याचिकाकर्ता पाढ़ियाल ने जून 2020 में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लाल चींटियों वाली इस चटनी के इस्तेमाल की बात कही थी।
चटनी का इस्तेमाल कई बीमारियों में भी
पाढ़ियाल ने बताया कि लाल चींटियों वाली इस चटनी में फॉर्मिक एसिड, प्रोटीन, केल्शियम, विटामिन B12, जिंक और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। ये सभी चीजें इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है। याचिकाकर्ता ने यभी कहा कि उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, असम, हिमाचल प्रदेश और मणिपुर आदि राज्यों में लाल चीटियों का सेवन किया जाता है। इसके साथ ही चटनी का इस्तेमाल कई बीमारियों में भी किया जाता है।
Updated on:
01 Jan 2021 06:53 pm
Published on:
01 Jan 2021 06:07 pm
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