
Union Minister Mansukh Mandviya
नई दिल्ली। शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल का लिखित में जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मनसुख मांडविया ( Union Health Minister Mansukh Mandaviya ) ने कहा कि 2 अगस्त तक केरल में जीका वायरस ( Zika Virus ) के 65 मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा तिरुवनंतपुरम में 61, एर्नाकुलम में 2, कोट्टायम और कोल्लम में एक-एक मामले शामिल हैं। जीका वायरस को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। साथ ही बड़े पैमाने पर जीका के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम जारी है। जीका प्लान में प्रकोप की स्थिति में नियंत्रण और रोकथाम गतिविधियां का भी जिक्र है।
राज्य सरकारों को अलर्ट जारी
भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यालयों, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और देश में उनके आसपास के क्षेत्रों के माध्यम से वेक्टर सर्वेक्षण करता है। NVBDCP का सेंट्रल क्रॉस चेकिंग ऑर्गनाइजेशन (CCCO) एडीज प्रजनन मुक्त स्थिति बनाए रखने के लिए देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में कीट विज्ञान सर्वेक्षण करता है। इसके अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही वेक्टर नियंत्रण गतिविधियों को तेज करने के लिए कहा गया है। कीटनाशकों की उपलब्धता और फॉगिंग मशीन के कामकाज की निगरानी राज्य से मासिक रिपोर्ट के आधार पर की जाती है। एक बहु-अनुशासनात्मक केंद्रीय टीम ने वहां के स्वास्थ्य विभाग को नियंत्रण और रोकथाम उपायों में सहायता के लिए 10 से 21 जुलाई तक केरल के दौरे पर था।
माइक्रोसेफली में बढ़ोतरी के नहीं मिले संकेत
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ( RBSK ) के अन्तर्कत नवजात शिशुओं में माइक्रोसेफली की निगरानी की जा रही है। केरल से अब तक माइक्रोसेफली के मामलों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। जीका वायरस संक्रमण एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है। एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। एडीज मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया के वायरस भी फैलाते हैं।
जीका वायरस के लक्षण
आमतौर पर बुखार, दाने, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता या सिरदर्द के रूप में प्रकट होने वाली एक हल्की बीमारी है। जीका वायरस संक्रमण वाले अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते हैं।
ऐसे फैसला है नवजात में जीका सिंड्रोम
गर्भावस्था के दौरान जीका वायरस के संक्रमण से शिशुओं का जन्म माइक्रोसेफली और अन्य जन्मजात विकृतियों के साथ हो सकता है। इस तरह के लक्षणों को जन्मजात जीका सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है।
Updated on:
06 Aug 2021 07:53 pm
Published on:
06 Aug 2021 07:39 pm
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