
लंदन। भारतीय अधिकारियों के एक दल ने ग्रेस 1 ( grace 1 ) जहाज पर सवार 24 भारतीय चालक दल के सदस्यों से मुलाकात की। इसे जिब्राल्टर के पुलिस अधिकारियों ने हिरासत में लिया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भारतीय कैदियों को आश्वासन दिया कि उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सभी कदम उठाए जाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने गुरूवार को कहा कि ईरानी तेल टैंकर 'ग्रेस 1' को इस महीने की शुरुआत में ब्रिटिश मरीन और जिब्राल्टर पुलिस ने स्पेनिश तट से जब्त कर लिया था। अब लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की एक टीम ने बुधवार को वीएलसीसी 'ग्रेस 1' में भारतीय दल और कर्मचारियों से मुलाकात की है।
सरकार करेगी सभी कोशिशें
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट कर बताया कि क्रू का मनोबल ऊंचा है। सभी को मदद का आश्वासन दिया गया है। भारतीय उच्चायोग (एचसीआई) लंदन आवश्यक यात्रा दस्तावेज और संबंधित व्यवस्था की सुविधा देगा। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि भारत ने कांसुलर एक्सेस की मांग की थी जिसे बुधवार को मंजूरी दी गई और तीन सदस्यीय टीम ने सभी 24 क्रू सदस्यों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार चालक दल के सदस्य बहुत शांत थे, और उनमें घबराहट की कोई भावना नहीं थी। वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ नियमित संपर्क में हैं। उन्होंने सभी को आश्वासन दिया था कि भारत सरकार आवश्यक कदम उठाएगी।
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Updated on:
26 Jul 2019 09:44 am
Published on:
26 Jul 2019 08:35 am
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