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नई दिल्ली। पाकिस्तान में पहली बार किसी अमरीकी राजनयिक को देश छोड़कर जाने पर पांबदी लगाई गई है। इस कदम से पाकिस्तान और अमरीका के बीच तनाव बढ़ सकती है। पाक मीडिया के अनुसार रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस पर एक अमरीकी विमान खड़ा था। यह विमान शनिवार को आया था और इसे अमरीका के दूतावास में रक्षा मामलों को देखने वाले कर्नल जोसेफ इमैनुएल हॉल को वापस लेकर जाना था। बाद में यह विमान अमेरिकी राजदूत को लिए बिना रवाना होगा गया।
क्या है मामला
गौरतलब है कि सात अप्रैल को इस्लामाबाद में हॉल ने लापरवाही से कार चलाते हुए यातायात सिग्नल तोड़ दिए थे। इस दौरान उन्होंने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद बाइक सवार की मौत हो गई थी और एक घायल हो गया। इसके बाद हॉल को पाकिस्तानी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।
पाक चाहता है चले मुकदमा
अमरीकी राजदूत को कई छूटें प्राप्त होती हैं। इस केस में भी राजदूत को राहत मिल सकती थी। इस्लामाबाद चाहता था कि राजदूत के देश वापस होने के बावजूद उस पर केस चलाया जा सके, इसके लिए ट्रंप प्रशासन से उसकी सहमति बन गई थी। राजदूत को निकालने के लिए अमरीकी सेना का विमान अफगानिस्तान के बगराम एयरफोर्स बेस से रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर उतरा। लेकिन इसकी जानकारी पाकिस्तानी मीडिया में लीक हो गई और पूरे देश में फैल गई। जब कर्नल हॉल अमेरिकी दूतावास के आठ अन्य लोगों के साथ एयरबेस तक पहुंचे तो उन्हें विमान में बैठने की मंजूरी नहीं मिली और विमान को वापस भेज दिया गया। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के कट्टरपंथी तत्वों के आदेश पर ऐसा हुआ है।
Published on:
14 May 2018 11:37 am
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