7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर कल होगी सुनवाई, भारतीय दल अमरीका पहुंचा

अमरीका की लॉस एंजेलिस कोर्ट में आतंकी हमले की होगी सुनवाई। आतंकी साजिश में भूमिका होने के कारण बीते साल राणा को गिरफ्तार करा गया था।

2 min read
Google source verification
mumbai attack

mumbai attack

नई दिल्ली। 26/11 मुंबई हमले में मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है। अमरीका की लॉस एंजेलिस कोर्ट में आतंकी हमले की सुनवाई को लेकर भारत से अधिकारियों का एक दल अमरीका पहुंचा है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यर्पण की सुनवाई लॉस एंजेलिस कोर्ट के जज जैकलीन चूलजियान करेंगे। राणा को आतंकी हमले में भूमिका होने के कारण बीते साल गिरफ्तार करा गया था। सुनवाई से पहले अमरीकी सरकार की तरफ से सीलबंद दस्तावेज अदालत के सामने पेश किए गए।

Read More: कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट, 300 युवाओं में दिल से जुड़ी बीमारियां देखने को मिली

14 साल की सजा हुई

पाक मूल का कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली के बचपन का साथी है। राणा को शिकागो में 14 साल की सजा हुई थी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के कारण सजा पूरी होने से पहले रिहा कर दिया गया। भारत ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी। इसके बाद 10 जून 2020 में उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया था।

भारत ने 2018 में जारी किया था वारंट

राणा के खिलाफ अगस्त 2018 में विशेष एनआईए अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। वकीलों के अनुसार राणा हेडली के साथ मुंबई हमले की साजिश में शामिल था। पाक में 2006 से 2008 के बीच मुंबई हमले की साजिश रची थी। राणा ने हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की मदद की थी।

Read More: अमरीका में ब्रिटेन की तरह बढ़ रहे कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले, फाउची ने दिए संकेत

166 लोग की मौत हो गई

गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई हमले में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी शामिल थे। हमले में 166 लोग की मौत हो गई। वहीं 300 घायल हुए थे। इस हमले में अमरीकी नागरिक भी मारे गए थे। मुंबई के ताज होटल को आतंकियों ने सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया था। एनकाउंटर में पुलिस ने नौ आतंकियों को मार गिराया था। जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को गिरफ्तार करने के बाद उसे फांसी दे दी गई थी।