अमरीका की ओर से इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के जवानों ने ईरान में घुसकर अलकायदा के नंबर दो सरगना 58 वर्षीय अबू मोहम्मद अल मस्त्री ( Abu Mohammed Al Masri ) को मार गिराया है। अबू मोहम्मद तेहरान में छिपा हुआ था। इस ऑपरेशन में अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की बहु भी मारी गई है।
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अबू मोहम्मद को अफ्रीकी देश केन्या और तंजानिया के अमरीकी दूतावासों पर 9 अगस्त 1998 को हुए भीषण हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था। इस हमले में 224 लोग मारे गए थे और हजारों लोग घायल हो गए थे।
7 अगस्त को मोसाद ने ऑपरेशन को दिया अंजाम
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने बीते 7 अगस्त को ऑपरेशन को अंजाम देते हुए ईरान की राजधानी तेहरान की सड़कों पर अलकायदा के दूसरे नंबर के नेता अबू मोहम्मद ऊर्फ अब्दुल्ला अहमद अब्दुल्ला को उसकी बेटी के साथ गोली मार दिया।
अगस्त में इस ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद अब तक न तो अमरीका और न ही इजरायल और ईरान ने इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया था। अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि इस ऑपरेशन में अमरीका की क्या भूमिका है, लेकिन अमरीका इतने वर्षों तक अबू मोहम्मद पर कड़ी नजर रखे हुए था।
आपको बता दें कि अमरीकी जांच एजेंसी FBI ने अबू मोहम्मद पर एक करोड़ अमरीकी डॉलर का इनाम घोषित किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि अबू मोहम्मद की हत्या अभी तक सीक्रेट थी। इससे पहले ईरानी मीडिया ने इस घटना को लेकर बताया था कि मारे जाने वाले व्यक्ति का नाम हबीब दाउद और उसकी 27 साल की बेटी मरियम है।
ओसाम की बहु मरियम भी ढेर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अलकायदा सरगना गत 7 अगस्त को अपनी कार से रात 9 बजे जा रहा था। इस दौरान दो बंदूकधारियों ने उसकी कार रुकवाई और उसमें सवार अबू मोहम्मद और उसकी बेटी को गोली मार दिया। हालांकि अभी तक अलकायदा ने अबू मोहम्मद की मौत का ऐलान नहीं किया है। मरियम की शादी ओसामा बिना लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन से हुई थी। हमजा पहले ही मारा जा चुका है।