
इजरायल चुनाव: ओपिनियन पोल में किसी को भी बहुमत नहीं, बुधवार को आएंगे परिणाम
तेल अवीव। इजराइल में मंगलवार को आम चुनाव के लिए वोट डाले गए। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू ने भी मतदान में हिस्सा लिया और वोटिंग की। वोटिंग के बाद ओपिनियन पोल में अलग तरह के परिणाम के संकेत दिखाए गए हैं। ओपिनियन पोल इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा। हालांकि पांचवें कार्यकाल के लिए इस चुनावी दौड़ में शामिल दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी के नेता व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वे फिर से बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। मालूम हो कि बेंजामिन नेतन्याहू अगर इस चुनाव में जीतते हैं तो वो इजरायल के संस्थापक डेविड बेन गूरिओन के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहने के रिकॉर्ड को पार कर जाएंगे। बता दें कि बुधवार की सुबह परिणा घोषित किए जाएंगे।
त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
बता दें कि ओपिनियन पोल में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार दिखाई दे रहे हैं। मध्यमार्गी ब्लू एंड व्हाइट एलायंस के प्रमुख पूर्व सैन्य अधिकारी बेन्नी गैंट्ज को 36 या 37 सीटें जबकि नेतन्याहू की दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी को 33 या 36 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा अन्य दलों को 47 से 55 सीटें मिल सकती है। हालांकि दोनों ही प्रमुख दल अपने-अपने जीत के दावे कर रही है। दो ओपिनियन पोल में भविष्यवाणी की है कि यदि दक्षिणपंथी पार्टियां एक साथ आ जाती हैं तो नेतन्याहू के लिए गठबंधन की सरकार बनाना संभव है। लेकिन एक तीसरे ओपिनियन पोल ने यह भविष्यवाणी की है कि केंद्र-वाम दल बेन्नी गैंट्ज के साथ गठबंधन कर नेतन्याहू के लिए जीत का रास्ता रोक सकेंगे।
'ब्लू एंड व्हाइट' और लिकुड पार्टी ने किया जीत का दावा
ओपिनियन पोल में किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं होने के संकेतों के बीच ब्लू एंड व्हाइट ने कहा है कि वे जीतेंगे। इजराइल के लोग ये करके दिखाएंगे। इस चुनाव में यह साफ हो जाएगा कि कौन स्पष्ट रूप से विजेता है और किनकी करारी हार हुई है। हालांकि एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी लगातार बढ़त बनाए हुए है। मुझे लगता है कि इजराइल की जनता ने विश्वास के साथ वोट किया है। मैं अगली सरकार बनाने के लिए अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर इसपर आज रात कार्य करूंगा। बता दें कि इजरायल की संसद में 120 सीटें हैं जिसके लिए मंगलवार को मतदान हुए। मतदान के बाद ओपिनियन पोल ने इस बात के संकेत दिए हैं कि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने जा रहा है और हमेशा की तरह इस बार भी गठबंधन की सरकार बनेगी। सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 61 सदस्यों के समर्थन की जरूत होती है। इजराइल में कभी भी किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, हमेशा गठबंधन की सरकारें बनी है।
किसने किसको कितनी सीटें दी
इजरायल के टीवी चैनल में अलग-अलग एजेंसियों के ओपिनियन पोल को दिखाया गया है। सर्वे करने वाली एजेंसी 'सार्वजनिक प्रसारक कान' ने ब्लू एंड व्हाइट को 37 सीटें दी है जबकि लिकुड पार्टी को 36 सीटें। सर्वे में कहा गया है कि दक्षिणपंथी पार्टियां मिलकर संसद में 64 सीटों तक पहुंच सकती है जबकि केंद्र-वाम दल 56 सीटों तक पहुंच सकती है। 'चैनल 13’ ने अपने ओपिनियन पोल में बताया है कि दोनों ही पार्टियां 36 पर सिमट जाएंगी। लेकिन संसद में दक्षिणपंथी पार्टियां 66 सीट जबकि केंद्र-वाम दल 54 सीटों तक जा सकती है। एक अन्य एजेंसी 'चैनल 12’ ने अपने ओपिनियन पोल में दिखाया है कि ब्लू एंड व्हाइट 37 जबकि लिकुड पार्टी को 33 सीटें मिलेंगी। लेकिन दक्षिणपंथी पार्टियां व केंद्र-वाम दल संसद में 60-60 सीटों तक पहुंच सकती है। बता दें कि इस चुनाव में 40 से अधिक छोटे-छोटे दल चुनाव लड़े हैं और तीन ओपिनियन पोल में ये बताया गया है कि ये दल 3.25 फीसदी सीटें जीत सकेंगी। यहां यह भी बताया गया है कि वामपंथी लेबर पार्टी 6-8 सीटें जीत सकती हैं तो वामपंथी मिर्ट्ज पार्टी 4-5 सीटें हासिल कर सकती हैं। साथ ही दो ओपिनियन पोल में यह संभावना ज्यादा जताई गई है कि शिक्षा मंत्री नेफ्ताली बेन्नेट्ट की न्यू राइट पार्टी और मोशे फिग्लिन की अल्ट्रा-नेशनलिस्ट ज़हुत पार्टी जीत हासिल करने में सफल नहीं होगी।
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Updated on:
10 Apr 2019 11:12 am
Published on:
10 Apr 2019 03:18 am
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