18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

SCO Summit: LAC पर तनाव के बीच पहली बार आमने-सामने होंगे मोदी और शी जिनपिंग

HIGHLIGHTS SCO Summit 2020: वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक मंच पर एक साथ आमने-सामने होंगे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Co-operation Organization ) की 20वीं बैठक में पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग शिरकत करेंगे।

2 min read
Google source verification
modi-xi-jinping.jpg

SCO Summit: Modi and Xi Jinping to be face-to-face for the first time amid tension over LAC

पटना। पूर्वी लद्दाख ( Eastern Ladakh ) पर वास्तिव नियंत्रण रेखा ( LAC ) में भारत और चीन के बीच तनाव कई महीनों से बरकरार है और दोनों देशों के बीच रिश्तों में दूरियां बढ़ती जा रही है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।

सीमा पर जारी तनाव के बीच ऐसा पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( Xi Jinping ) एक मंच पर एक साथ आमने-सामने होंगे। हालांकि दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी या नहीं ये अभी तय नहीं है।

भारत-किर्गिस्तान बिजनेस फोरम में बोले पीएम मोदी, प्राचीन संबंधों को मजबूत करने के लिए पंचवर्षीय रोडमैप तैयार

दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Co-operation Organization ) की 20वीं बैठक में पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग शिरकत करेंगे। इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि SCO की यह तीसरी बैठक है, जिसमें भारत पूर्ण सदस्य के रूप में भाग ले रहा है।

विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्व ने जानकारी देते हुए बताया कि SCO की यह बैठक वर्चुअली होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा 'प्रधानमंत्री मोदी SCO के राष्ट्र प्रमुखों की परिषद के 20वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेत‍ृत्व करेंगे जो 10 नवंबर को ऑनलाइन आयोजित होगा। बैठक की अध्यक्षता रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन करेंगे।'

इन मुद्दों पर होगी चर्चा

बता दें कि इस अहम बैठक में सभी सदस्य देश सुरक्षा, आतंकरोधी कार्रवाई, आर्थिक, मानवीय सहयोग महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा सदस्य देश शिक्षा, विज्ञान, सांस्कृतिक और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी बात करेंगे। इस दौरान 2021 को एससीओ देशों का सांस्कृतिक वर्ष घोषित किया जा सकता है।

भारत-चीन में फिर से गहरा सकता है विवाद, अरुणाचल के नजदीक ब्रह्मपुत्र पर नया बांध बनाने जा रहा है बीजिंग

मालूम हो कि चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य हैं और अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया ऑब्जर्वर के रूप में संगठन से जुड़े हैं। वहीं, अर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की डॉयलॉग पार्टनर के रूप में एससीओ के सदस्य हैं।