
Bagram air force base i
नई दिल्ली। अफगानिस्तान संकट के बीच अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट की अवर सचिव विक्टोरिया नुलैंड ने आज तालिबान और चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। नुलैंड ने कहा कि अमरीका अपने नागरिकों और अफगानिस्तान बसे अमरीकी मूल के स्थायी निवासियों को वहां से बाहर निकालने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। इसके अलावा अपने सहयोगी देशों की हितों की रक्षा के लिए भी अमरीका और तालिबान के बीच बातचीत जारी है।
भारत के खिलाफ पाक का करेगा इस्तेमाल
अमरीका की सीनियर डिप्लोमैट निक्की हेली ने बाइडेन सकरार को चेताते हुए कहा है कि चीन पर करीब से नजर रखने की जरूरत है। चीन अफगानिस्तान में बगराम वायु सेना अड्डे पर कब्जा करने की कोशिश कर सकता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए चीन भारत के खिलाफ जाने के लिए पाकिस्तान का भी इस्तेमाल कर सकता है और उसे और मजबूत बना सकता है।
सहयोगी देशों का भरोसा टूटा
यूएन में अमरीका की पूर्व दूत निक्की हेली ने कहा है कि अफगानिस्तान से जल्दबाजी में सैनिकों को हटाने के फैसले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमरीका के सहयोगियों का विश्वास खो दिया है। बाइडेन सरकार को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि अमरीकी हित सुरक्षित रहें और देश की साइबर सुरक्षा और मजबूत हो।
मित्र देशों की मदद करे अमरीका
बाइडेन सरकार को चाहिए कि वह अमरीका के सहयोगियों के साथ भरोसा को फिर से बहाल करने के साथ पुराने रिश्तों को और मजबूत करे। इस समय बाइडेन प्रशासन भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया, ताइवान, यूक्रेन, इजराइल व अन्य सहयोगियों की मदद करे। अमरीका को दुनिया भर में आतंकवाद के खिलाफ भी मुहिम जारी रखने की जरूरत है।
अभी खत्म नहीं हुआ है युद्ध
इसके साथ ही निक्की हेली ने अफगानिस्तान से अमरीकी सेना की शर्मनाक वापसी के लिए बाइडेन सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया एक एक खतरनाक मोड़ पर है। हेली ने कहा कि अमरीका का अफगानिस्तान से बाहर होने का मतलब यह नहीं है कि यह युद्ध खत्म हो गया है बता दें कि जुलाई 2021 में अमरीकी सेना ने बगराम एयरबेस को 20 साल तक अपने कब्जे में रखने के बाद छोड़ दिया।
Updated on:
02 Sept 2021 04:53 pm
Published on:
02 Sept 2021 04:48 pm
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