दरअसल, बलदेव औलख ने एक प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्दों का बखान आजम खां कर रहे हैं। पीएम मस्जिद में जातें हैं, मस्जिद का सम्मान करतें हैं तो उन्हें तकलीफ क्यों होती है। प्रधानमंत्री सभी समाज के हैं ना कि किसी एक समुदाय विशेष के नहीं।
इस दौरान उन्होंने आजम खां पर तीखे वार करते हुए कहा कि आज़म कुछ भी कहने से पहले अपने गिरेबान में झाखें। भारत मां को डायन कहने वाले आजम खा ही हैं। सैनिकों को बलात्कारी कहने वाले भी वही हैं। वह योगी जी को गद्दार बता रहें हैं जो कि 18 घंटे जनता के लिए काम कर रहें हैं। योगी जी एक साधु-सन्त हैं और लोगों के लिए बेहतर काम कर रहें हैं। जबकि मोदी जी के कार्यों को देश ने ही नहीं बल्कि दुनिया ने सराहा है।
आज़म खान ने जो जोहर यूनिवर्सिटी बनाई है वह अपने पैसे से नहीं बनाई है। यह सरकार का पैसा है या फिर आतंकवादियों का, जैसा खुद आज़म खां ने बोला है। इसकी जांच बहुत जल्द पूरी होने वाली है। सरकार के पैसे का दुरुपयोग करने वाले आज़म को हर हाल में जेल जाना होगा।
उल्लेखनीय है कि आजम खां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि योगी सरकार गद्दार है। इन्होंने जनहित के कार्यों को रोका है। जनहित के कार्ये रोकने वाले देशद्रोही हैं। जबकि मोदी तुष्टिकरण की राजनीति कर रहें हैं। पहले बड़ी दाढ़ी वाले से छोटी दाढ़ी वाले टोपी नहीं पहनते थे और अब माजिद में जा रहे हैं और कल्मा पढ़ रहे हैं, आयतें पढ़ रहे हैं। अपने पूजा घर मे जूते पहनकर जाते थे जबकि मस्जिद का सम्मान कर रहें हैं। यह तुष्टिकरण नहीं है तो क्या है।