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इस महिला नेता को पाने के लिए दो पुरूषों ने किया था पति होने का दावा, बीवी किसकी, फैसला 9 अगस्त को

भोजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष रहमत जहां पर दो पुरूषों ने किया अपनी पत्नी होने का दावा

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moradabad

इस महिला नेता को पाने के लिए दो पुरूषों ने किया था पति होने का दावा, बीवी किसकी, फैसला 9 अगस्त को

मुरादाबाद. जिले की भोजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष रहमत जहां को दो पुरूषों द्वारा अपनी पत्नी बताने के दावे के बाद अब 9 अगस्त को कोर्ट फैसला आएगा, जिसके बाद ही यह साफ हो सकेगा कि रहमत जहां किसकी बीवी हैं। बता दें कि उत्‍तराखंड के थाना कुंडा तहसील जसपुर के ग्राम बाबरखेड़ा निवासी नसीम अहमद ने चेयरपर्सन रहमतजहां पर अपनी बीवी होने का दावा किया था। उन्‍होंने कोर्ट से अपनी पत्‍नी को वापस दिलाने के लिए गुहार लगाई थी। वहीं पूर्व चेयरमैन शफी अहमद उर्फ बाबू ने भी रहमतजहां को अपनी तीसरी बीवी बताते हुए निकाहनामा पेश कर बीवी होने का दावा किया था। नसीम अहमद और शफी अहमद के अधिवक्ताओं के बीच बहस और दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद मुंसिफ मजिस्ट्रेट प्रकाश चंद आर्य ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। न्यायालय ने 9 अगस्त की तारीख मुकर्रर की है।

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दरअसल, मामला मुरादाबाद से जुड़ा हुआ है। नगर पंचायत भोजपुर चुनाव में पूर्व चेयरमैन शफी अहमद की तीसरी बीवी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर सुर्खियों में आईं रहमत जहां एक बार फिर क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उत्तराखंड के थाना कुंडा तहसील जसपुर के ग्राम बाबरखेड़ा निवासी नसीम अहमद ने निर्दलीय चेयरपर्सन रहमतजहां पर अपनी बीवी होने का दावा किया है। उन्होंने जसपुर मुंसिफ न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई है। इस मामले की जांच कुंडा थानाध्यक्ष को सौंपी गई थी। पुलिस ने शफी अहमद के साथ रहमतजहां से भी पूछताछ की। वह वर्तमान में शफी अहमद के साथ रह रही हैं।

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इस मामले में रहमतजहां का कहना है कि 2010 में तलाक लेकर तीन फरवरी 2011 को नगर पंचायत भोजपुर के शफी अहमद के साथ निकाह करके भोजपुर में रह रही हूं। उन्होंने बताया कि नसीम से आठ वर्ष पहले ही उनका तलाक हो चुका है। वहीं नसीम अंसारी का आरोप है कि 2017 में नगर पंचायत भोजपुर धरमपुर की सीट पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित हो जाने के कारण शफी अहमद उर्फ बाबू ने मेरी बीवी को भोजपुर के चेयरमैन का चुनाव लड़ाने की बात कही और उसे अपने साथ ले गया। इसके बदले में मुझे प्रतिमाह 12 हजार रुपये देने की बात कही थी, लेकिन अब वह मेरी बीवी को वापस नहीं कर रहा है। अब इस मामले में शफी अहमद का कहना है कि वह नसीम अंसारी को नहीं जानता। वह पैसे के लिए रहमतजहां को बीवी बताकर दबाव बना रहा है। रहमतजहां 8 साल से मेरी बीवी है और मेरे घर में मेरे साथ ही रहती है।

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