
मुरादाबाद। जनपद में सरकारी कर्मियों से सांठगांठ कर ग्राम प्रधान पति द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना का धन अपने बेटे के खाते में डलवाने का प्रकरण सामने आया है। जिसके बाद पूरे महकमें में हड़कंप मच गया है। आॅडिट में पकड़े गए इस खेल में योजनाबद्ध तरीके से लाभार्थी के पिता का नाम बदलकर पैसा हड़पा गया था। सीडीओ इंदुमती ने शिकायत के बाद जांच करवाई उसके बाद इस बात का खुलासा हुआ। इसलिए अब सीडीओ ने दूसरी तहसीलों में भी आॅडिट की बात कही है।
गांव देवीपुर नगला में ग्राम प्रधान नजमा के पति फरचंद खान ने बीडीओ और सचिव के साथ मिलकर लाभार्थी आकिल पुत्र फतेह मुहम्मद की जगह खुद के बेटे जिसका नाम भी आकिल था। उनका नाम दाखिल करा दिया। जिससे उसके खाते में एक बार 40 हजार की किस्त व दूसरी बार में 70 हजार की किस्त पहुंच गयी। इसकी जब शिकायत उच्च अधिकारियों से की गयी तो मामले की जांच करवाई गयी। जिसमें शिकायत सही पायी गयी।
अब सीडीओ ने बताया की सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई होगी, इसके आलावा उन्होंने बताया कि इसी आधार पर अन्य ब्लॉकों के कार्यों का भी सत्यापन करवाया जाएगा ताकि कहीं कोई गड़बड़ी न हो। इसके साथ ही ग्राम प्रधान पर कार्रवाई के लिए समाज कल्याण व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने भी अपनी जांच रिपोर्ट दी है।
सीडीओ ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी योजना में किसी भी कर्मचारी या प्रधान या फिर किसी भी जनप्रतिनिधि को पैसा न दें। सभी का सरकारी नियमों के तहत ही नाम है। अगर कोई पैसा मांगें तो शिकायत करें। उधर इस मामले के बाद बिलारी तहसील में हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि इससे पहले भी सरकारी गबन के कई मामले आ चुके हैं। फिर वो चाहे भोजपुर थाना क्षेत्र में फर्जी मदरसे दिखाकर वजीफा हड़पना हो या मैनाठेर में लेखपालों द्वारा लाखों वर्गमीटर सरकारी जमीन बेच देना। इसके साथ ही कुछ इसी तरह का मामला ठाकुरद्वारा तहसील में भी सामने आया था। जिसमें ग्रामीणों के हंगामें के बाद मामला दर्ज हुआ था।
Published on:
13 Oct 2017 08:25 pm
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