
जय प्रकाश, मुरादाबाद। पूरे देश और दुनिया में 14 फरवरी को आज प्यार का पर्व वेलेंटाइन डे मनाया जा रहा है। इसमें प्रेमी जोड़े एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं। प्यार के जादू से कोई बचा हो ऐसा कहना मुश्किल है। फिर चाहे वो आम हो या खास। जी हां प्यार की कहानी में आज बात करते हैं मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और उनकी पत्नी सीमा नकवी की प्रेम कहानी की। इन दोनों ने उस दौर में एक-दूसरे से प्रेम विवाह किया था, जब ऐसा सोचना भी मुश्किल होता था। 1983 से लेकर आज तक यह प्रेमी जोड़ा किसी मिसाल से कम नहीं है। दोनों के बीच प्यार का बंधन लगातार बना हुआ है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में शुरू हुई थी प्रेम कहानी
मुख्तार अब्बास नकवी और उनकी पत्नी सीमा की प्रेम कहानी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में शुरू हुई। उस समय मुख्तार अब्बास नकवी छात्र नेता के रूप में उभर रहे थे, जबकि सीमा सामान्य पढ़ाई में लगी थीं। इसके बावजूद दोनों के विचार मेल खाए और एक-दूसरे के प्यार के बंधन में बंध गए। इन दोनों के बीच शुरुआत में धर्म की दिक्कत भी आई। सीमा के घरवाले शुरू में तैयार नहीं हुए। यही नहीं उन पर मुख्तार नकवी से मिलने पर रोक भी लगाई गई। इसके बावजूद दोनों का मिलना जारी रहा और फिर उन्होंने घरवालों को राजी कर लिया। इसके बाद 3 जून 1983 को दोनों की शादी हुई। मुख्तार अब्बास नकवी और सीमा ने पहले कोर्ट मैरिज की और फिर हिन्दू व मुस्लिम रीति रिवाज से भी शादी की। दोनों के एक अरशद नाम का बेटा भी है।
क्या कहा था सीमा ने
दोनों के बीच कभी भी धर्म की दीवार नहीं आई। होली हो या ईद हो, उनके घर में सब मिलजुलकर ही मनाया जाता है। खुद सीमा नकवी ने भी स्वीकार किया था कि उन्हें आज तक एहसास ही नहीं हुआ कि उनकी शादी गैर मजहब में हुई है। वहीं, महाशिवरात्रि से पहले मुख्तार अब्बास नकवी ने भी शिवलिंग पर जल चढ़ाकर इस बात को साबित कर दिया कि वह धर्म की दीवार को तोड़ चुके हैं।
अक्षय कुमार पैडमैन तो उत्तर प्रदेश के इस जिले में रहती हैं पैडवूमेन
Published on:
14 Feb 2018 11:07 am
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