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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में जमीन पर बैठकर सुनी पीडि़तों की बात, कार्रवाई का दिलाया भरोसा

दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मिले कैलारस, जौरा, सबलगढ़, अंबाह के पीडि़त

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कैलारस। मुरैना जिले के हजारों निवेशकों का एक चिटफंड कंपनी ने अरबों रुपया जमा कर लिया है। समयावधि पूर्ण होने पर भी पैसे वापस नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए गत तीन वर्ष से हजारों पीडि़त भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। कई बेघर हो गए हैं। पैसे के अभाव में अपना व अपने परिजनों का इलाज तक नहीं करवा पा रहे हैं।

मदद की गुहार लगाने कई बसों से भाजपा जिला मंत्री राजेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंचे। सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नीचे आकर सडक़ पर बैठकर निवेशकों की बात सुनी।

करीब 10 मिनट उन्होंने पीडि़तों की बात ध्यान से सुनी तथा कहा कि मैं इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से बात करूंगा तथा मेरा यह प्रयास होगा, यह मेरे अंचल के लोगों का पैसा शीघ्र अति शीघ्र भुगतान हो सके।

सिंधिया को चिटफंड कंपनी के खिलाफ की गई शिकायतों का एक पुलंदा जो पीडि़तों ने दिया उसका अवलोकन किया और भरोसा दिलाया कि दोषियों की गिरफ्तारी शीघ्र कराएंगे। इसके बाद सिंधिया ने दिल्ली में सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफिस फोन लगाकर कार्रवाई के लिए कहाद्ध इसके बाद सैकड़ों पीडि़त सेंट्रल रजिस्ट्रार विजय कुमार आइएएस से भी मिले।

चिटफंड कंपनियों का फ्रॉड:
दरअसल देश में कई चिटफंड कंपनियों द्वारा लोगों से फ्रॉड करने का मामला समाने आता रहता है। जिसके चलते कई बार तो मामला अदालत तक भी गया है। ऐसे में ये चिटफंड कंपनियां लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुईं हैं।

पूर्व में भी ग्वालियर में एक चिटफंड कंपनी ने भोले-भाले लोगों को 82 लाख की चपत लगा दी। घटना विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के गणपति प्लाजा की है। घटना का पता उस समय चला जब निश्चित समय होने के बाद भी पीड़ितों को उनका पैसा नहीं मिला तो पीड़ित थाने पहुंचे। पुलिस ने मामले की जांच के बाद कंपनी के प्रबंधक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।

पीड़ितों का आरोप था कि पिनकोन ग्रुप ऑफ कंपनी ने ग्राहक से कंपनी में एफडी और आरडी जमा कराने को कहा। इसके चलते कुछ लोगों ने यहां करीब 82 लाख रुपए जमा करा दिए। जब उनका समय पूरा हुआ तो उन्होंने कंपनी अफसरों से पैसा रिफंड के लिए कहा, लेकिन वह उन्हें टरकाते रहे।

बताया जाता है कि शुरुआत में कंपनी अफसरों ने वादा किया था। समय पूरा होते ही ग्राहकों को उनका जमा पैसा मिल जाएगा। लेकिन जब उन्होंने जमा पैसों का समय पूरा होने के बाद पैसे नहीं मिले तो कंपनी अफसरों से शिकायत की। लेकिन हर बार अफसर उन्हें नया वादा कर देते थे। वहीं कंपनी के अफसर व अन्य लोग उनसे बात ही नहीं कर रहे हैं। जिसके बाद ही क्षेत्र के लोगों द्वारा कंपनी के विरुध पुलिस में शिकायत की गई थी।