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MP Election 2023 : सबलगढ़ विधानसभा में 76% मतदान, बीजेपी की सरला से कांग्रेस के बैजनाथ का महा मुकाबला

मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा सीट क्रमांक-3 पर शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को संपन्न हुए मतदान में 76 फीसदी फाइनल वोटिंग हुई है। बीजेपी ने एक बार फिर से पुराने चेहरे पर ही दांव खेला है बीजेपी से सरला रावत मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने मौजूदा विधायक बैजनाथ कुशवाहा पर ही इस बार भी भरोसा जताया है।

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MP Election 2023

MP Election 2023 : सबलगढ़ विधानसभा में बीजेपी की सरला के सामने कांग्रेस के बैजनाथ, इस बार महा मुकाबला

मध्य प्रदेश के चंबल संभाग में आने वाले मुरैना जिले की छह विधानसभा सीटों में से एक सीट है सबलगढ़। इस सीट पर बीजेपी ने एक बार फिर से पुराने चेहरे पर ही दांव खेल है बीजेपी से सरला रावत मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने मौजूदा विधायक बैजनाथ कुशवाहा पर ही इस बार भी भरोसा जताया है। सबलगढ़ विधानसभा प्रदेश की ऐसी सीट है जिसपर त्रिकोणीय मुकाबला रहता है। यहां बीजेपी और कांग्रेस के अलावा बसपा भी अहम भूमिका निभाती रही है।

17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में सबलगढ़ विधानसभा सीट पर 76 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 75.77 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 72.32 प्रतिशत ही वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है।


भाजपा की सरला रावत

सबलगढ़ विधानसभा में भाजपा ने सरला रावत को प्रत्याशी बनाया है, जो पूर्व विधायक की बहू हैं। मेहरबान सिंह रावत के स्वर्गवास के बाद पिछली बार यानी 2018 में भी बीजेपी ने उनकी पुत्रवधू सरला रावत को ही चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन जनता के आक्रोश का खामियाजा सरला रावत को उठाना पड़ा और वो बुरी तरह चुनाव हार गईं।

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कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह

58 वर्षीय बैजनाथ कुशवाहा 1994 में जिला पंचायत सदस्य बनाए गए थे। इन्होंने पहला विधानसभा चुनाव 2003 में लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2014 में सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा। 2018 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। 2018 के घोषणा पत्र के मुताबिक कुल संपत्ति कुल 1 करोड़ के करीब थी। इनकी शिक्षा की बात करें तो ये बीए एलएलबी से ग्रेजुएट हैं। इनपर दो केस दर्ज थे।

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पिछले चुनावी नतीजे

2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्व विधायक मेहरबान सिंह रावत की बहू सरला रावत को टिकट दिया था। लेकिन वो तीसरे पायदान पर रही थी। कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह ने बहुजन समाज पार्टी के लाल सिंह केवट को 8,737 वोटों के अंतर से हराकर विधानसभा में जगह बनाई है। बैजनाथ सिंह को 54,606 वोट मिले थे जबकि लाल सिंह को 45,869 वोट मिले थे। वहीं सरला रावत 45,100 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थी। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मेहरबान सिंह रावत ने कांग्रेस के सुरेश चौधरी को 22, 504 वोटों से हराया था।


सबलगढ़ विधानसभा के मतदाता

बात करें सबलगढ़ विधानसभा सीट के मतदाताओं की तो इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 2 लाख 33 हजार 906 हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 24 हजार 688 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 9 हजार 215 है।

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सबलगढ़ की जनता की आवाज

1- शहर में नेशनल हाईवे पर बने फ्लाईओवर की लंबाई बढ़ाकर धौलपुर साइड आरटीओ चेकपोस्ट और ग्वालियर साइड छौंदा टोल टैक्स तक पहुंचाई जानी चाहिए।

2- शहर के चारों तरफ एक रिंग रोड बने, ताकि अंबाह-पोरसा, जौरा-कैलारस और शहर से ग्वालियर-आगरा जाने वाले वाहन शहर के अंदर आए बिना सीधे बाहर जा सकें।

3- रामपुर कलां इलाके की 12 पंचायतों में पेयजल और सिचाई के लिए लिफ्ट एरीगेशन के जरिए क्वारी नदी का पानी पहुंचाया जाना चाहिए।

4- जिले में स्थित 108 गौशालाओं का संचालन उद्योगपतियों के सहयोग से संचालित हो, ताकि सड़कों पर घूमने वाले आवारा गौवंश से 20 लाख की आबादी और किसानों को राहत मिल सके।

5- जिला कृषि प्रधान है। इसलिए यहां कृषि कॉलेज और उच्च तकनीकी या व्यवसायिक शिक्षण संस्थान की स्थापना हो, ताकि युवाओं में इन क्षेत्रों का ज्ञान बढ़े।

6- शहर से ग्वालियर, अंबाह-पोरसा, जौरा - कैलारस - सबलगढ़ और धौलपुर जाने वाली बसों के लिए शहर से बाहर 4 अलग-अलग बस स्टैंड बनें, ताकि शहर के बैरियर और एमएस रोड पर ट्रैफिक जाम से निजात मिल सके।

7- रेलवे स्टेशन के मालगोदाम को शहर से बाहर शिफ्ट करना चाहिए, ताकि शहर में भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लग सके और लोगों को शहर में आवजाही में राहत हो।