अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के कारण पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों ने अपने प्रियजनों को इस हादसे में खो दिया है। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि इस हादसे में 241 लोगों की मौत हुई है, जबकि एक यात्री जीवित बच गया है। इसी विमान में कैप्टन सुमित सभरवाल भी थे, जो मुंबई के निवासी थे।
एयर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान का संचालन कैप्टन सुमित सभरवाल कर रहे थे, जिनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। कैप्टन सुमित सभरवाल एक एलटीसी थें और उनके पास 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था। 60 वर्षीय कैप्टन सुमित दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया फ्लाइट के सबसे वरिष्ठ क्रू मेंबर थे।
कैप्टन सुमित कई वर्षों से मुंबई के पवई इलाके के जलवायु विहार में अपने 90 वर्षीय पिता के साथ रहते थे। वे कुछ ही महीनों में रिटायर होने वाले थे। बताया जा रहा है कि कैप्टन सुमित ने रिटायर होने के बाद अपने बूढ़े पिता के साथ घर पर अधिक समय बिताने की योजना बनाई थी।
पड़ोसियों ने बताया कि कैप्टन सुमित बहुत शांत स्वभाव और अनुशासित व्यक्ति थे। उनकी बड़ी बहन दिल्ली में रहती हैं। उनकी बहन के दोनों बेटे भी पायलट हैं।
वहीं, इस भयावह हादसे के बाद मणिपुर के थौबल टाउन के एक परिवार पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जैसे ही एयर इंडिया विमान दुर्घटना की खबर आई, 21 वर्षीय एयरहोस्टेस नगंथोई शर्मा कोंगब्रैलटपम (Nganthoi Sharma Kongbrailatpam) का परिवार शोक में डूब गया। दरअसल वह उस फ्लाइट में ड्यूटी पर तैनात केबिन क्रू का हिस्सा थीं।
नगंथोई ने गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे अपनी बड़ी बहन को फोन कर बताया था कि वह आज लंदन जा रही हैं। नगंथोई ने कहा था कि वह अगले कुछ दिनों तक कॉल नहीं कर पाएंगी और 15 जून को लौटने के बाद संपर्क करेंगी। लेकिन करीब तीन घंटे बाद नगंथोई के विमान के क्रैश होने की खबर आईं।
तीन बहनों में मंझली 21 वर्षीय नगंथोई ने 2023 में एयर इंडिया में अपनी पहली नौकरी शुरू की थी। वह मुंबई में मणिपुर की अन्य युवतियों के साथ रहती थीं, जो एयर इंडिया में काम करती हैं। नगंथोई के पिता ने बताया कि वह आखिरी बार इस साल मार्च में घर आई थी।
Published on:
13 Jun 2025 12:31 pm