29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के सामने रखी डिमांड- बीजेपी से करें गठबंधन, वर्ना टूट जाएगी शिवसेना

महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे करीब 25 विधायकों को लेकर सूरत के ले मेरिडियन होटल में डेरा डाले हुए है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के बागी नेता एकनाथ शिंदे से फोन पर बात की है। इस दौरान शिंदे ने उद्धव ठाकरे से एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन करने की मांग की है।

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Dinesh Dubey

Jun 21, 2022

eknath_shinde_asks_uddhav_thackeray_1.jpg

Uddhav Thackeray and Eknath Shinde

मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के बागी नेता एकनाथ शिंदे से फोन पर बात की है। महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री शिंदे अभी शिवसेना के कम से कम 25 नाराज विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में डेरा डाले हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे क बीच करीब 15-20 मिनट तक बातचीत चली। इस दौरान शिंदे ने उद्धव ठाकरे से एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ गठबंधन करने की मांग की और साथ ही कहा कि अगर वें ऐसा नहीं करते है तो शिवसेना को टूटने से कोई नहीं बचा सकता है।

शिवसेना नेता व महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ एमवीए सरकार के 35 विधायक है। उन्होंने शिवसेना प्रमुख को बताया कि शिवसेना विधायक एनसीपी और कांग्रेस के खिलाफ हैं। शिंदे और अन्य विधायकों के विद्रोह से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बहुमत के आंकड़े से दूर हो चुके है। यानी अब महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। यह भी पढ़ें-Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे के बगावत से खतरे में MVA का अस्तित्व? सीटों के गणित से समझे उद्धव ठाकरे की सरकार का हाल

बता दें कि शिवसेना ने बगावत करने के बाद शिंदे को पार्टी के समूह नेता पद से हटा दिया और उनकी जगह एक वफादार शिव सैनिक अजय चौधरी को विधायक दल का नेता नियुक्त किया।

महा विकास अघाड़ी सरकार पर मंगलवार सुबह उस समय राजनीतिक संकट आ गया, जब मंत्री एकनाथ शिंदे सहित शिवसेना के 25 से अधिक विधायक 'पहुंच से दूर' हो गए। सूत्रों ने कहा कि शिवसेना के बागी विधायक सूरत के एक होटल में शिफ्ट हो गए, क्योंकि वे पार्टी और एमवीए सरकार से नाखुश हैं।

पता चला है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व भी गुणा-गणित कर रहा है और उम्मीद कर रहा है कि शिंदे अपने खेमे में और विधायक लाएंगे। जिसकी संख्या के आधार पर ही बीजेपी एमवीए सरकार से विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए कहेगी। हालांकि बीजेपी इसके लिए जल्दबाजी बिल्कुल नहीं करना चाहती है। बीजेपी ने अब तक के रवैये से यह लग रहा है कि वह उद्धव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बजाय सदन के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए कहेगी।

288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में जादुई नंबर 144 है, जबकि वर्तमान में कुल 287 विधायक है। मुंबई के शिवसेना विधायक रमेश लटके का हाल ही में निधन हो गया। एमवीए-बीजेपी के अलावा, निर्दलीय या छोटे दलों के विधायकों का एक महत्वपूर्ण 29-मजबूत समूह है जो सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं।

एमवीए में शिवसेना (55), राकांपा (53) और कांग्रेस (44), और छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से, सत्तारूढ़ गठबंधन के पास लगभग 169 विधायक हैं।

बीजेपी के पास 106 हैं, साथ ही छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन है जो लगभग 114 की ताकत प्रदान कर रहा है। बाकी पांच किसी से भी जुड़े हुए नहीं हैं। अगर एकनाथ शिंदे के खेमे के दो दर्जन से ज्यादा विधायक बीजेपी के समर्थन में आते है तो वह सत्ता के बेहद करीब पहुंच सकती है।