
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी भाषा का विवाद गहराता जा रहा है। इस मामले में देवेंद्र फडणवीस सरकार की तरफ से हिंदी से संबंधित थ्री लैंग्वेज पॉलिसी को वापस ले लिया गया है। जिसके बाद विपक्ष 5 जुलाई को मुंबई में 'विजय उत्सव' मनाने वाला है। इस बीच मुंबई के करीब मीरा-भायंदर शहर में मराठी न बोलने पर एक मारवाड़ी जैन समुदाय के दुकानदार से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद व्यापारियों ने गुरुवार को मीरा-भायंदर बंद रखा और विरोध मार्च निकाला। इसके बाद एक और वीडियो सामने आया, जिसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उबाठा) के पूर्व सांसद राजन विचारे के समर्थक ठाणे स्टेशन पर दुकान चलाने वाले गैर-मराठी शख्स को थप्पड़ मारते दिख रहे है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकरे भाईयों की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी नेता नितेश राणे ने कहा कि इस घटना पर राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अगर हिम्मत है तो मुंबई के नल बाजार, मोहम्मद अली रोड या मालवणी जैसे इलाकों में जाकर मुसलमानों को कहें कि मराठी बोलो। क्या वहां भी ऐसी हिम्मत दिखाते हो? आमिर खान और जावेद अख्तर क्या मराठी में बोलते हैं? वहां कोई कुछ नहीं कहता।"
महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने कहा, "एक हिंदू को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने मराठी में बात नहीं की। अगर हिम्मत है तो जाओ नल बाजार, मोहम्मद अली रोड पर... और वहां लोगों से कहो कि मराठी में बोलो... उनमें वहां जाकर टोपी पहनने वालों को मारने की हिम्मत नहीं है। क्या जावेद अख्तर और आमिर खान मराठी में बात करते हैं? फिर एक गरीब हिंदू को क्यों पीटा गया?" उन्होंने कहा, "गरीब हिंदू अगर हिंदी बोलते हैं तो उन्हें मारा जाता है। जो भी हिंदुओं पर दादागिरी करेगा, उस पर हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। सरकार अब अपनी तीसरी आंख खोलेगी।"
मनसे मुंबई प्रमुख संदीप देशपांडे ने भाजपा विधायक नितेश राणे पर पलटवार किया है। देशपांडे ने कहा कि जो बीजेपी नेता मराठी का ठीक से उच्चारण नहीं कर सकते, वे ही मीरा-भायंदर में मोर्चा निकालने के लिए दूसरों को उकसा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब रजा अकादमी के मोर्चे में महिला पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ था, तब मनसे ही एकमात्र पार्टी थी जिसने मोर्चा निकाला था। उस समय सारे भाजपा वाले चुपचाप बैठे थे। तब मनसे ने रजा अकादमी वालों से टक्कर ली थी। इसलिए जो लोग लाठी चलाते हैं, वे हमें तलवार चलाना न सिखाएं।
Updated on:
04 Jul 2025 03:42 pm
Published on:
04 Jul 2025 03:39 pm
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