
Lockdown 2.0 : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जवाब से कोटा में फंसे मराठी छात्रों में घर लौटने की जागी आस
मुंबई. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सकारात्मक प्रतिसाद के बाद कोटा में फंसे महाराष्ट्र के लगभग 2 हजार मराठी छात्रों में घर वापसी की आस जागी है। देश मे लॉक डाउन लागू होने के साथ ही महाराष्ट्र के अलग अलग जिले के ये छात्र वहां फंसे हैं। राजस्थान के कोटा में ये छात्र सरकारी सेवाओं की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे थे। इन छात्रों को वापस भेजने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें आपस मे बातचीत कर कानूनी पहलुओं को निपटाने के प्रयास कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान का कोटा शहर प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा की तैयारी के लिए हब माना जाता है। तमाम कॉम्पिटेटिव परीक्षा के लिए यहां देशभर से छात्र तैयारी करने आते हैं । महाराष्ट्र के अलग अलग जिलों से बड़ी संख्या में छात्र यहां तैयारी कर रहे हैं।
लॉकडाउन लागू होने के साथ ही यहां महाराष्ट्र के छात्रों की समस्या बढ़ गई। खाने -पीने रहने आदि की समस्या जब बढऩे लगी तो छात्रों ने मदद के लिए महाराष्ट्र युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सत्यजीत तांबे से संपर्क किया। जिसके बाद तांबे ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर छात्रों की समस्या से अवगत कराया और इन छात्रों को सुरक्षित महाराष्ट्र में भेजने की मांग की ।
तांबे ने इस मामले को लेकर ट्वीट भी किया। जिस पर राज्य के वरिष्ठ मंत्री आदित्य ठाकरे ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया। आदित्य ठाकरे ने इस मामले में कहा कि राज्य सरकार राजस्थान सरकार के साथ बातचीत कर रही है।
इस मामले में तांबे ने बताया कि राजस्थान सरकार की तरफ से उन्हें पत्र का जवाब आया । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तांबे की मांग को स्वीकार किया है । और कहा कि महाराष्ट्र के छात्रों को राजस्थान सरकार सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाएगी। जो भी कानूनी प्रक्रिया है। महाराष्ट्र और राजस्थान सरकार आपस में जल्दी पूरी कर लेंगे।
तांबे ने कहा की यह बहुत ही खुशी की बात है। राजस्थान सरकार ने हमारी मांग के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है। कोटा में फंसे हमारे भाइयों को राहत मिलेगी । उन्हें महाराष्ट्र के घर वापसी का मौका मिलेगा।
Published on:
24 Apr 2020 11:12 pm
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