
Maha Corona: 16758 Covid-19, मुंबई में 10,714 संक्रमित मरीज, 3094 मरीज डिस्चार्ज...
मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत राज्य में दिनों दिन बढ़ रहे कोविड-19 के मरीजों की संख्या के चलते महाराष्ट्र सरकार जहां कई कठोर फैसले ले रही है तो वहीं मनपा की ओर से भी हर संभव प्रयास जारी हैं। इसी बीच राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 16758 तक जा पहुंची है। पिछले 24 घंटे में सोमवार को राज्य भर में जहां 1233 नए मामले सामने आए, वहीं मुुंबई में आज मिले 769 मरीजों के साथ अब देश की आर्थिक राजधानी में संक्रमितों की संख्या 10 हजार 714 हो गई है। साथ ही राज्य भर की घनी बस्तियों ने सबकी चिंताएं बढ़ा दी हैं। वहीं वहीं बुधवार को धारावी में मिले नए 68 मामलों के चलते अब वहां संक्रमित मरीजों की संख्या 733 तक जा पहुंची है, जबकि आज हुई 1 मौत के साथ ही यहां पर मरने वालों की संख्या 21 हो गई है। वहीं दूसरी ओर महामारी से निपटने के लिए राज्य भर में 25 हजार डॉक्टरों को प्राइवेट डॉक्टरों को सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए सेवाएं देना भी अनिवार्य कर दिया है।
3094 मरीज पहुंचे अपने घर...
बात करें दादर की तो आज यहां मिले 8 केसों के साथ अब यहां पर संक्रमित मामले जहां 64 हो गए हैं, वहीं माहिम में मिले 11 नए संक्रमित केसों से अब इलाके में महामारी के संक्रमित 91 मरीज हो गए हैं। महामारी वायरस से मुंबई में जहां अब तक 412 लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं मुंबई में सोमवार को इलाज के दौरान 25 लोगों की मौत हो गई। उपचार से ठीक हुए 275 लोग आज अस्पताल से घर भेजे गए। राज्य में अब तक 3094 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
16758 मरीजों का इलाज...
ठाणे मनपा और ग्रामीण क्षेत्र को मिला कर 629, कल्याण-डोंबिवली मनपा 247, मीरा भायंदर में 187 और वसई-विरार मनपा क्षेत्र में 175 मरीज हैं। उल्हासनगर में 13, भिवंडी में 21, पालघर में 36, रायगड में 60 और पनवेल मनपा क्षेत्र में 115 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। नासिक ग्रामीण, नासिक मनपा और मालेगांव को मिला कर जिले में 463 कोरोना मरीज हैं। वहीं नवी मुंबई में 519 मरीजों के साथ अब स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में 16758 संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है।
महीने में 15 दिन करनी होगी ड्यूटी...
तमाम उपायों के बावजूद कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या से महाराष्ट्र सरकार की चिंता बढ़ गई है। साधन-सामग्री ही नहीं अब डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की भी किल्लत महसूस की जा रही है। प्रशिक्षित चिकित्सकों की कमी पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने अहम फैसला किया है। इसके तहत कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए सरकारी और मनपा अस्पतालों में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी। चेतावनी दी गई है कि जो डॉक्टर आदेश का पालन नहीं करेंगे, उनका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।
55 साल से ज्यादा उम्र के डॉक्टरों को राहत...
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ विचार-विमर्श के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह आदेश जारी किया गया है। आदेश के मुताबिक प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को महीने में 15 दिन सरकारी अस्पताल में अनिवार्य ड्यूटी करनी होगी। सरकार का कहना है कि संकट की घड़ी में डॉक्टरों को सहयोग करना चाहिए। 55 साल से ज्यादा उम्र के डॉक्टरों को कोरोना ड्यूटी की अनिवार्यता से राहत दी गई है।
पुणे और नासिक में तेजी से पांव पसार रहा वायरस...
उल्लेखनीय है कि कोरोना मरीजों के संपर्क में आने से कई डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हुए हैं। इनमें से कुछ लोग स्वस्थ होकर ड्यूटी ज्वाइन कर चुके हैं जबकि कई का उपचार अभी भी चल रहा है। अकेले मुंबई में ही 10 हजार से ज्यादा और राज्य में 15 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज हैं। कोरोना महामारी महामुंबई, पुणे और नासिक में तेजी से पांव पसार रही है।
Updated on:
07 May 2020 11:55 am
Published on:
06 May 2020 11:38 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
