31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Maharashtra: जानें कौन हैं सूफी बाबा जिनका दो दिन पहले हुआ मर्डर, क्या है बॉलीवुड कनेक्शन?

मंगलवार को नासिक में अफगानिस्तान के एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 35 वर्षीय ख्वाजा सैय्यद चिश्ती के रूप में हुई है। घटना येओला कस्बे की है। पुलिस ने कहा कि उनकी हत्या चार लोगों ने की है। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है।

2 min read
Google source verification
sufi_baba.jpg

Sufi Baba

महाराष्ट्र के नासिक जिले में अफगानिस्तान से नाता रखने वाले 'सूफी बाबा' ख्वाजा सैय्यद चिश्ती की मंगलवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक शख्स को हिरासत में लिया है। नासिक पुलिस के मुताबिक सूफी बाबा की हत्या में उनके ड्राइवर के अलावा उनका अटेंडेंट भी शामिल था। पुलिस इस हत्या में अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।

बता दें कि महज 35 साल के सूफी बाबा ने बहुत ही कम समय में ही करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली थी। सोशल मीडिया (यूट्यूब) पर उनके दो चैनल थे, जिनमें वो अपने वीडियो अपलोड करते थे। घटना येओला कस्बे की है। यह भी पढ़ें: Maharashtr: नासिक में 'सूफी बाबा' ख्वाजा सैय्यद चिश्ती की हत्या, सिर में मारी गई गोली, अफगानिस्तान से था नाता

खुद को चिश्ती सूफी घराने का बताने वाले सूफी बाबा का पूरा नाम ख्वाजा सैयद जरीफ चिश्ती मोउनुद्दीन था। सूफी बाबा का जन्म अफगानिस्तान के हेरात शहर में हुआ था। सूफी बाबा चिश्ती परिवार से ताल्लुक रखते थे। बाद में सूफी बाबा अफगानिस्तान से पाकिस्तान और इसके बाद ईरान होते हुए भारत में आकर बस गए। सूफी बाबा 4 साल पहले नासिक के पास येवला में आकर बस गए थे। पुलिस को सूफी बाबा की हत्या में उनके जान-पहचान वालों पर ही शक है। पुलिस को आशंका है कि ये मर्डर प्रापर्टी विवाद को लेकर हुआ है।

क्या है बॉलीवुड कनेक्शन

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूफी बाबा बॉलीवुड के तीनों खान यानी (शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान) के नाम का उपयोग करके करोड़ों की कमाई कर रहे थे। बता दें कि सूफी बाबा तीनों खान का एडिट किए हुए वीडियो का इस्तेमाल कर लोगों को बताते थे कि बॉलीवुड के ये तीनों खान भी उनकी वजह से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। बाबा के वीडियो को बड़ी संख्या में लोग देखते थे।

रिपोर्ट्स की माने तो जन्म के बाद जरीफ तुर्की (काबुल) चले गए और वहां अपना बिजनेस शुरू किया। इसी दौरान सूफी बाबा का ध्यान स्प्रिचुएलिटी की तरफ बढ़ने लगा। सूफी बाबा को लगा कि वो आध्यात्म को आगे बढ़ाने और उसी रास्ते पर लोगों को ले जाने के लिए ही बने हैं। इसके बाद उन्होंने बिजनेस छोड़कर सूफिज्म की ओर आ गए। अफगानिस्तान में तालिबान की तानाशाही बढ़ता देख वो वहां से पाकिस्तान होते हुए भारत पहुंच गए।

बता दें कि मंगलवार को सूफी बाबा के सिर में गोली मार उनकी हत्या कर दी गई थी। सूफी बाबा की हत्या येवला कस्बे के एमआईडीसी इलाके के जंगल में हुई। मौके से पुलिस को कुछ अगरबत्ती, सिंदूर और झाड़फूंक में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी मिली हैं। इन चीजों के बरामद होने के बाद अब पुलिस काला जादू के एंगल से भी जांच में जुटी है।