
उद्धव ठाकरे और सीएम फडणवीस (Photo: IANS)
मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में शिवसेना (उबाठा) की वार्षिक दशहरा रैली गुरुवार को हुई। मंच से पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा की तुलना अमीबा से करते हुए कहा कि जैसे अमीबा शरीर में घुसकर पेट दर्द देता है, वैसे ही भाजपा समाज में प्रवेश कर शांति भंग करती है।
उद्धव ठाकरे ने कहा, “भाजपा अमीबा की तरह है। यह अपनी इच्छा से फैलती है, अपनी इच्छा से गठबंधन करती है और काम पूरा होने पर दूसरी पार्टी में चली जाती है। जब यह शरीर में जाता है तो पेट दर्द देता है और जब समाज में जाता है तो अशांति फैलाता है। इसलिए मैं इसे अमीबा कहता हूं।” उन्होंने भाजपा और सुशासन के बीच किसी भी तरह का संबंध न होने की बात भी कही।
ठाकरे ने भाजपा को चेतावनी दी कि वह उनकी शिवसेना (उबाठा) के हिंदुत्व पर सवाल न उठाए। उन्होंने कहा, “अगर भाजपा ने हमारे हिंदुत्व पर सवाल उठाना जारी रखा, तो मैं उनके नेताओं की टोपी पहने तस्वीरें सामने लाऊंगा। उन्हें जनता के सामने बेनकाब करुंगा। पहले भाजपा अपने झंडे से हरे रंग को हटाए और फिर हमें हिंदुत्व पर सीख दे।”
आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव और स्थानीय निकाय चुनावों का जिक्र करते हुए उद्धव ने आरोप लगाया कि भाजपा एक बार फिर हिंदू-मुस्लिमों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी बीएमसी चुनाव जीतने के बाद नगर निकाय में कथित भ्रष्टाचार पर ‘श्वेत पत्र’ जारी करेगी।
ठाकरे ने कहा, “भाजपा इस मुंबई शहर को सिर्फ व्यापारियों की नजर से देखती है, जबकि हम इसे अपना मानते हैं।” भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार किया जाता है, लेकिन मंत्रियों को केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है। सबूत देने के बाद भी उन्हें पद से नहीं हटाया जाता।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के दशहरा रैली भाषण पर तंज कसा है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं उद्धव ठाकरे का आभार मानता हूं। उन्होंने मेरे एक हजार रुपये बचा दिए। मैंने ऐलान किया था कि उद्धव ठाकरे के भाषण में एक भी विकास का मुद्दा दिखाओ तो मैं एक हजार रुपये दूंगा। मैंने उनका भाषण खुद नहीं सुना, लेकिन पत्रकारों से जानकारी ली। उद्धव ठाकरे ने विकास के मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा। इसलिए मेरे हजार रुपये बच गए।“
फडणवीस ने आगे कहा कि जब कोई व्यक्ति निराश होता है तो वह उल्टी-सीधी बातें बोलता है। ऐसे बयानों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं होती है।
Updated on:
03 Oct 2025 02:53 pm
Published on:
03 Oct 2025 02:52 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
