बता दें कि लड़का और एक लड़की दोनों सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) पर दोस्त बने थे. सांताक्रूज पुलिस ने कथित तौर पर लड़कियों के किडनैपिंग के आरोप में लड़के को हिरासत में ले लिया और उसे रिमांड होम भेज दिया है।
ये राज तब खुला जब पिछले हफ्ते लड़का 13 साल की बच्ची से मिलने मुंबई आया था। लड़की अपनी 11 साल की फ्रेंड को संग ले गई। उस रात लड़की की मां ने सांताक्रूज पुलिस से संपर्क किया और पुलिस को बताया कि उसकी बेटी लापता हो गई है। दोस्तों से बात करने के बाद, उसे पता चला कि उसकी बेटी की सहेली शाम 7 बजे ही घर से निकली थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने धारा 363 के तहत अपहरण का केस दर्ज कर लिया है।
शिकायत दर्ज होते ही वरिष्ठ निरीक्षक बालासाहेब तांबे ने एक टीम को कार्रवाई में लगाया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़कियों को जल्द से जल्द ट्रैक करना एक चुनौती थी। लड़कियों की लाइव लोकेशन पर लगातार नजर रखी जा रही थी और यह पता चला कि वे गुजरात की ओर जा रही थीं। पुलिस ने यह भी पता कर लिया था कि लड़कियां ट्रेन में थीं।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि गुजरात से राजस्थान तक पश्चिमी लाइन पर प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सभी अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई। दोनों लड़कियों की फोटो अधिकारियों को भेज दिया गया था। अगली सुबह, सूरत रेलवे पुलिस ने सांताक्रूज पुलिस को इस बात की खबर दी कि उन्होंने दो लड़कियों और एक 16 वर्षीय लड़के, सभी किशोरों को हिरासत में लिया है। जब इन सभी को सूरत से मुंबई लाया गया, तो उनके मुंबई छोड़ने की वजह ने परिजनों को हिला कर रख दिया।
वरिष्ठ निरीक्षक बालासाहेब ताम्बे ने बताया कि लड़का एक वर्कशॉप में ज्वैलरी मेकिंग का काम करता है। उसने लड़की से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की और पिछले कुछ महीनों से उसके साथ लगातार चैट कर रहा था। लड़के ने लड़की से कहा था कि वह मुंबई आकर उससे मिलेगा। इसके बाद लड़का मुंबई आया और दोनों लड़कियां बांद्रा रेलवे स्टेशन पर लड़के से मिलीं। फिर वह दोनों लड़कियों को जयपुर घूमने के बहाने अपने साथ ले गया। लड़की के माता-पिता सोशल मीडिया पर अपनी बेटियों की मौजूदगी से अनजान थे। लड़कियां फोन पर ज्यादा समय यह कहकर बिताती थीं कि वह ऑनलाइन क्लास कर रही हैं।