31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Maharashtra Political Crisis: नवनीत राणा ने की महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, बोलीं- उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी खत्म होनी चाहिए

महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से शिवसेना के बागी विधायकों के परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की है। साथ ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया है।

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Dinesh Dubey

Jun 25, 2022

navneet_rana.jpg

नवनीत राणा को जान से मारने की धमकी

Maharashtra Political Crisis Update: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच अमरावती से सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से शिवसेना के बागी विधायकों के परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की है। जबकि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया है।

नवनीत राणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा “मैं अमित शाह से उन विधायक के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करती हूं जो उद्धव ठाकरे को छोड़कर बालासाहेब की विचारधारा से जुड़े रहकर अपने निर्णय ले रहे हैं। उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी खत्म हो, मैं राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध करती हूं।” यह भी पढ़ें-Maharashtra Political Crisis: शिवसेना में बगावत के बाद अब उपद्रव का डर! पोस्टर वॉर के बीच एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में धारा 144 लागू

शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे ने शनिवार को आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र सरकार ने 16 बागी विधायकों के आवास की सुरक्षा “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना से हटा दी है. इस समय बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और महाराष्ट्र डीजीपी के नाम एक पत्र ट्वीट किया, जिस पर 16 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में विधायकों ने कहा है कि अगर उनके परिवार के लोगों को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री ठाकरे और सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी गठबंधन के नेता उसके लिये जिम्मेदार होंगे।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने शिंदे के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा “किसी विधायक की सुरक्षा वापस नहीं ली गई है। गृह विभाग ने मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए विधायकों के परिवारों को सुरक्षित रखने के लिए उनके आवास पर सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।”

दरअसल शिवसेना के कई नेताओं ने पार्टी के बागी विधायकों को खुलेआम विद्रोह का अंजाम भुगतने की धमकी दी है, और कई जगह बागी विधायकों के दफ्तरों पर तोड़फोड़ भी की गई है।

इस बीच खबर है कि गुवाहाटी के लक्जरी होटल में मौजूद शिंदे खेमे ने 'शिवसेना बालासाहेब' नाम का एक नया समूह गठित किया है। मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोहियों के समूह ने 38 विधायकों के समर्थन का पत्र आज सुबह जारी किया।