
(पत्रिका ब्यूरो,मुंबई): महाराष्ट्र में अंधविश्वास के खिलाफ अलख जगाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता और तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के मामले में मंगलवार को एटीएस की तरफ से एक बड़ा खुलासा हुआ। सूत्रों की मानें तो देश में नरेंद्र दाभोलकर, कलबुर्गी, गौरी लंकेश और गोविंद पानसरे जैसी चार बड़ी हत्याओं के तार आपस में जुड़ते नजर आ रहे हैं। दोभोलकर हत्याकांड में पुलिस रिमांड पर चल रहे सचिन अंदुरे का गौरी लंकेश हत्याकांड में लिंक सामने आया है। एटीएस ने एक हथियार जब्त किया और उसे शक है कि इसी हथियार से दाभोलकर की हत्या की गई थी। सचिन अंदुरे को गौरी लंकेश हत्या मामले में गिरफ्तार शख्स ने ही वह हथियार उपलब्ध कराया था।
इसके अलावा इस मामले में एक और बात उजागर हुई कि चार लोगों की हत्याओं में दो हथियारों का ही इस्तेमाल हुआ था, जिनमें पानसरे और दाभोलकर हत्या में एक ही हथियार का प्रयोग किया गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र एटीएस की गिरफ्त में आए शिवसेना के पूर्व पार्षद श्रीकांत पांगरकर को मुंबई की सेशन कोर्ट ने सोमवार को 28 अगस्त तक एटीएस कस्टडी में भेजा था। अब पता चल रहा है कि एटीएस की कस्टडी खत्म होने के बाद शायद सीबीआई भी उसे अपनी कस्टडी में लेगी। गौरतलब है कि पहले अरेस्ट हुए शरद कालसकर ने दाभोलकर की हत्या में खुद के अलावा सचिन अंदुरे के शामिल होने की बात कबूली थी। सचिन की गिरफ्तारी शनिवार को की गई थी।
बता दें कि नरेंद्र दाभोलकर महाराष्ट्र के ख्याति प्राप्त समाजसेवक थे। उन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास को दूर करने के लिए जागरूकता फैलाने का काम किया। उनके द्धारा चलाएं गए अभियान से प्रेरणा लेकर हजारों लोगों ने अंधविश्वास के खिलाफ लडने का प्रण लिया था।
Published on:
21 Aug 2018 08:31 pm
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